– गौरीशंकर –
केंद्र ने लौटायी जिप योजनाओं की फाइल, अनुशंसा खारिज
चाईबासा : केंद्र सरकार ने जिला परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2012-13 के लिए 40 करोड़ की अनुशंसित योजनाओं की फाइल वापस लौटा दी है. बिना विनियोग पत्र संलग्न किये ही योजनाओं की फाइल केंद्र को भेजने से ऐसा हुआ है.
अगर मामला तकनीकी पेंच में लंबा उलझा तो आवंटन मिलने में देरी से योजनाओं पर ग्रहण लगना तय है. दिलचस्प है कि केंद्र से योजनाओं की फाइल लौटने की जानकारी जिप अध्यक्ष को भी एक माह बाद हुई. फाइल नवंबर माह में ही वापस आ गयी थी जिसका पता अध्यक्ष को दिसंबर में चला. इसके बाद अध्यक्ष ने पहल कर आनन-फानन में विनियोग पत्र संलग्न कर फाइल फिर से केंद्र को भिजवाया.
कौन है दोषी!
जिला परिषद में अफसरों पर अध्यक्ष की अनदेखी कर मनमाने तरीके से फाइलें निबटाने का आरोप लगा है. इसका खुलासा इस घटनाक्रम से हो गया है. परिषद में क्या हो रहा है इसकी खबर जिप अध्यक्ष को नहीं दी जाती. जिप अध्यक्ष जब अपने स्तर पर पता लगाती हैं तभी उन्हें जानकारी दी जाती है. कई फाइलें कार्यालय में धूल फांक रही है पर वे जिप अध्यक्ष के टेबल तक नहीं पहुंच पाती. इसे लेकर जिप अध्यक्ष भी खासी परेशान है.
लटक सकती है फाइल
कोल्हान के दो जिलों पूर्वी सिंहभूम व सरायकेला-खरसवां के जिला परिषद को राशि आवंटित कर दी गयी है. यदि जल्द पश्चिम सिंहभूम को राशि आवंटित नहीं की गयी तो यह मामला लंबे समय के लिए लटक सकता है. मार्च के बाद फिर 2014-15 वित्तीय वर्ष शुरू हो जायेगा. उसके बाद प्रक्रिया पूरी होने तक यदि मानसून आ जायेगा तो सभी विकास कार्य रूक जायेंगे. फिर विस चुनाव के कारण देरी होगी.