चाईबासा : जगन्नाथपुर व चाईबासा पुलिस ने शुक्रवार को केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) के तहत लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में जगन्नाथपुर स्थित झारखंड ग्रामीण बैंक के तत्कालीन कैशियर रायसिंह लागुरी को चाईबासा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. मामले में आरोपी तत्कालीन मैनेजर महेश्वर कालिंदी व बिचौलिया सुभाष बेहरा को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. सभी पर जगन्नाथपुर प्रखंड के करंजिया पंचायत के 14 लोगों के नाम पर 25-25 हजार रुपये बैंक से निकासी करने का आरोप है.
आरोपी के खिलाफ था कुर्की का वारंट : जगन्नाथपुर थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक ने बताया कि 18 जुलाई 2018 को थाने में जगन्नाथपुर स्थित झारखंड ग्रामीण बैंक के तत्कालीन मैनेजर महेश्वर कालिंदी, कैशियर रायसिंह लागुरी और सुभाष बेहरा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
इसमें महेश्वर कालिंदी व सुभाष बेहरा की गिरफ्तारी पहले हो चुकी है, जबकि रायसिंह लागुरी फरार थे. आरोपी के खिलाफ कोर्ट ने कुर्की-जब्ती का वारंट जारी किया था. इसी क्रम में पुलिस उसके चाईबासा के बिरूवा पथ स्थित आवास कुर्की करने पहुंची थी.
इसी दौरान आरोपी रायसिंह लागुरी को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी करने गयी टीम में एएसआई उमेश प्रसाद के अलावा मुफ्फसिल थाना के पुलिस जवान शामिल थे.
फॉर्म पर अंगूठा का निशान लेकर निकाला पैसा : थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों ने 20-25 ग्रामीणों का केसीसी के तहत लोन दिलाने के नाम पर फॉर्म में ग्रामीणों से अंगूठा का निशान ले लिया. इसके बाद सभी आरोपियों ने मिलीभगत कर बैंक से चार लाख रुपये से ज्यादा की राशि निकाल ली. जब ग्रामीणों ने लोन के बारे में पूछताछ की तो आरोपियों ने उसे फॉर्म को बैंक की ओर से रद्द करने की बात कही.
लोन जमा करने का पहुंचा नोटिस : थानाप्रभारी ने बताया कि अचानक कुछ दिनों बाद लोक अदालत के माध्यम से लोन की राशि जमा करने के लिए नोटिस पहुंचा तो ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. इसके बाद ग्रामीण नोटिस को लेकर विधायक गीता कोड़ा के पास गये. विधायक ने इसकी शिकायत उपायुक्त से की थी.