फाउंटेन पार्क के पास 3000 स्क्वायर फीट एरिया में तैयार हो रहा
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ग्रह-नक्षत्रों के प्रतीक पेड़ों की परिक्रमा से होगा इलाज
फाउंटेन पार्क के पास 3000 स्क्वायर फीट एरिया में तैयार हो रहा नोवामुंडी के नक्षत्र पार्क में लगेंगे ग्रह, नक्षत्र, राशियों के प्रतीक पेड़ टाटा स्टील की नक्षत्र वाटिका के पिरामिड केंद्र में लगायेंगे ध्यान चाईबासा : सेहत बनाने के साथ अब नोवामुंडी के लोग ग्रह, नत्रक्ष व राशियों की परिक्रमा कर पायेंगे. इसके लिए […]
नोवामुंडी के नक्षत्र पार्क में लगेंगे ग्रह, नक्षत्र, राशियों के प्रतीक पेड़
टाटा स्टील की नक्षत्र वाटिका के पिरामिड केंद्र में लगायेंगे ध्यान
चाईबासा : सेहत बनाने के साथ अब नोवामुंडी के लोग ग्रह, नत्रक्ष व राशियों की परिक्रमा कर पायेंगे. इसके लिए नोवामुंडी में जल्द ही नक्षत्र सह एक्यूप्रेशर पार्क खुलने जा रहा है. पार्क में योग केंद्र, एक्यूप्रेशर पाथ, वास्तुवाटिका, नवग्रह वाटिका, राशि वाटिका, नक्षत्र वाटिका, पिरामिड ध्यान केंद्र और अन्य कई प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक जूस खास तौर पर उपलब्ध होंगे. यह पार्क नोवामुंडी के फाउंटेन पार्क के पास 3000 स्क्वायर फीट एरिया में तैयार हो रहा है. यहां लोग सेहत के लिए न केवल एक्युप्रेशर पाथ पर चलेंगे, बल्कि यहां लगाये जा रहे 9 ग्रहों, 12 राशियों एवं 27 नक्षत्रों के प्रतिनिधि पेड़ों की परिक्रमा भी कर पायेंगे. सैर के साथ-साथ लोगों को पार्क में आवश्यकतानुसार हर्बल उत्पाद भी उपलब्ध कराये जायेंगे.
एक्युप्रेशर के लिए बनेंगे तीन ट्रैक, लग रही खास टाइल्स
नक्षत्र पार्क में एक्युप्रेशर ट्रैक पर खास तरह की टाइल्स लगाई जा रही हैं. इन पर लोग नंगे पांव चलेंगे. एक्युप्रेशर पाथ के रूप में तीन ट्रैक बनेंगे. जहां लोग 20 से 205 मिनट चक्कर लगाकर एक्यूप्रेशर का लुत्फ उठाते हैं. एक्यूप्रेशर पथ को तीन तरह से बनाया गया है. पहले चरण में चौकोर पत्थरों पर चलना होगा. इसके बाद गोल पत्थरों पर, फिर तीसरे चरण में नुकीले पत्थरों पर चलकर पूरे शरीर का रक्त प्रवाह सुचारू कर पायेंगे. इससे लोगों को कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिल पायेगा.
नोवामुंडी में आज खुलेगा नक्षत्र सह एक्यूप्रेशर पार्क
जीवनदायिनी जड़ी-बूटियों को विलुप्त होने से बचाना लक्ष्य
नक्षत्र वाटिका में सूर्य के प्रतीक आक, चंद्रमा के ढाक, मंगल के खैर, बुध के लटजीरा, वृहस्पति के प्रतीक पीपल, शुक्र के गूलर और शनि के प्रतीक खेजड़ी के पौधे लगाये जायेंगे. इसके अलावा राहु के प्रतीक दूब व केतु के प्रतीक के रूप में कुश घास भी लगायी जायेगी. इस पार्क का मुख्य उद्देश्य जीवनदायिनी जड़ी-बूटियों को विलुप्त होने से बचाना,
उनके बारे में आम लोगों को जानकारी देकर जागरूक करना व इन औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देना है. इस पार्क में विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों, जैसे आंवला, हरड़, बहेड़ा, सतावरी, ग्वारपाठा, गुुगुल, तुलसी, जामुन, सदाबहार आदि के पौधे भी लगाए जायेंगे. इस पार्क के विकसित होने से हर्बल जड़ी-बूटियों के संरक्षण व संवर्धन में मदद मिलेगी, साथ ही लोगों के लिए पर्यटन का बेहतर स्थल मिलेगा. टाटा स्टील के नोवामुंडी स्थित ओएमक्यू डिवीजन की ओर से यह पार्क तैयार किया जा रहा है, जिसमें गायत्री परिवार के सहयोग से विभिन्न औषधीय वृक्ष लगाये जायेंगे.
400 लोगों की होगी क्षमता
पार्क को करीब 400 लोगों की क्षमता के हिसाब से तैयार किया जा रहा है, जिसमें लोगों के ध्यान करने के लिए पिरामिड ध्यान केंद्र आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा.
टाटा स्टील की ओर से नोवामुंडी में बनाया जा रहा नक्षत्र पार्क जिले में अपनी तरह का अनोखा पार्क होगा. यहां योग केंद्र, एक्युप्रेशर पाथ, वास्तुवाटिका, नवग्रह वाटिका, राशि वाटिका, नक्षत्र वाटिका, पिरामिड ध्यान केंद्र और कई प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक जूस खास तौर पर उपलब्ध होंगे.
– शंभुनाथ दूबे, गायत्री परिवार, जमशेदपुर
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