चाईबासा : व्यापार में लगातार घाटा व कर्ज से परेशान होकर चाईबासा के व्यवसायी अमित कुमार रक्षित ने बुधवार की दोपहर 3:30 बजे अपनी दुकान में फांसी लगा ली. टाटा रोड स्थित आनंद फर्नीचर के मालिक अमित कुमार को व्यापार में काफी दिनों से घाटा हो रहा था. उसकी जेब से सुसाइड नोट बरामद हुआ […]
चाईबासा : व्यापार में लगातार घाटा व कर्ज से परेशान होकर चाईबासा के व्यवसायी अमित कुमार रक्षित ने बुधवार की दोपहर 3:30 बजे अपनी दुकान में फांसी लगा ली. टाटा रोड स्थित आनंद फर्नीचर के मालिक अमित कुमार को व्यापार में काफी दिनों से घाटा हो रहा था. उसकी जेब से सुसाइड नोट बरामद हुआ है. इसमें लिखा है- मैं बिना किसी के दबाव में खुदकुशी कर रहा हूं.
मां, पिता व बुनी (पत्नी) मुझे माफ कर देना. मजबूरी में यह कदम उठा रहा हूं. सूचना पाकर पहुंची मुफस्सिल पुलिस ने शव जब्त कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा. पिता से कहा- अच्छा नहीं लग रहा और दुकान में चला गया : जानकारी के अनुसार घटना से पहले अमित घर से दोपहर का खाना खाकर दुकान में आया था. वह फर्नीचर गोदाम में बैठे पिता से मिला. ठंड व अच्छा नहीं लगने की बात कहकर गोदाम की दूसरी ओर स्थित फर्नीचर के शोरूम में आ गया. यहां उसने शटर बंद कर भीतर सीलिंग के सहारे प्लास्टिक की रस्सी से फांसी लगा ली.
अमूमन यह दुकान दोपहर को बंद रहती है. शाम को अमित के पिता आनंद रक्षित दुकान खोलने पहुंचे. लेकिन उन्होंने दुकान का शटर उठाया, तो बेटे की लाश झूलता पाया. यह देख उन्हें गहरा सदमा लगा. छाती पकड़ कर नीचे बैठ गये. चीत्कार मारकर रोने लगे. इसी बीच आसपास के दुकानदार जमा हो गये. उन्होंने आनंद को किसी तरह संभाला.
वृद्ध मां-बाप के सहारे पत्नी व दो मासूम को छोड़ गया अमित
अमित अपने बूढ़े मां-बाप के सहारे दो मासूम बच्चे व पत्नी को छोड़ गया. व्यापार में लगातार हो रहे घाटे के कारण वह काफी परेशान हो गया था. घाटे के कारण उसके सिर पर काफी कर्ज आ गया था.
शाम को पिता ने दुकान खोली, तो बेटे की लाश झूलती मिली
बेटे को झूलता देख गहरा सदमा लगा पिता को, पड़ोसियों ने संभाला
व्यापारी की जेब से पुलिस को मिला एक सुसाइड नोट
लिखा, माता-पिता व पत्नी मुझे माफ करना, मजबूरी में एेसा कर रहा हूं
टाटा रोड स्थित आनंद फर्नीचर नामक दुकान है अमित रक्षित का