चक्रधरपुर : सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी सेल की चिरिया माइंस के 741 ठेका मजदूरों की छंटनी नहीं होगी. चिरिया माइंस की खनन ठेका कंपनी धनसार इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड ने संविदा खत्म होते ही मजदूरों की छंटनी की प्रक्रिया शुरू कर दी थी. इसके बाद इस मामले में निर्णय लेने के लिए 28 जून को दिल्ली में बैठक बुलाई गयी. दिल्ली में बैठक में शामिल होकर लौटीं यूनाइटेड मिनरल वर्क्स यूनियन की महासचिव लाडो जोंको ने बैठक में लिये गये फैसले की जानकारी दी.
चक्रधरपुर के पंप रोड स्थित आवास पर मजदूर नेता ने बताया कि बैठक में शामिल मजदूर संगठनों ने श्रम एवं नियोजन मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी राजेश कुमार को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए मजदूरों की छंटनी का विरोध किया. बताया गया कि चिरिया माइंस में ठेका कंपनी बदलती रहती है, लेकिन माइंस के मजदूर वही होते हैं. अंडर सेक्रेटरी ने चाईबासा के लेबर कमिश्नर को चिरिया माइंस का खनन संविदा शीघ्र कराने को कहा. इसके साथ ही ठेका कंपनी धनसार इंजीनियरिंग को भी मजदूरों के तीन साल के बकाया आदि का भुगतान करने का भी निर्देश दिया. बैठक में ये हुए शामिल :
मजदूर नेता लाडो जोंको ने बताया कि 28 जून को दिल्ली की बैठक में सभी पक्षों के प्रतिनिधि शामिल हुए. सेल दिल्ली के आर दुदारी, आरएमडी सेल, कोलकाता के संजीत कुमार, चिरिया माइंस के पर्सनल ऑफिसर जीआर महंती, राष्ट्रीय मजदूर नेता विद्यासागर गिरि, रमेंद्र कुमार, असिस्टेंट लेबर कमिश्नर (चाईबासा) प्रवीण कुमार, आरएलसी धनबाद, ठेका कंपनी धनसार इंजीनियरिंग के सुनील साह, यूनाइटेड मिनरल वर्क्स यूनियन के गोपाल महतो, बुधराम सोय व विश्वनाथ मुंडारी, इंटक चिरिया के नवल किशोर सिंह, झारखंड मजदूर संघर्ष संघ चिरिया के लाल सामद आदि ने भाग लिया.