किरीबुरू : पश्चिमी सिंहभूम जिले में सेल की मेघाहातुबुरू खदान में 24 जून की रात हुई डंपर दुर्घटना में एमइ ऑपरेटर प्रह्लाद पान की मौत मामले में खदान प्रबंधन ने प्राथमिक जांच में दोषी पाते हुए उपप्रबंधक आशीष कुमार (पाली प्रभारी) को निलंबित कर दिया है. इसकी सूचना पर खनन विभाग से जुड़े भारी वाहनों के चालक व सेलकर्मियों ने मंगलवार को प्रथम पाली से काम ठप कर दिया. सभी ने प्रबंधन पर भेदभाव का आरोप लगाया.
दोषियों पर होगी कार्रवाई
आंदोलनकारियों ने कहा कि माइंस प्रबंधक के कार्यकाल में तीन बड़ी दुर्घटनाओं में तीन की जानें जा चुकी हैं. प्रबंधन एक साजिश के तहत उन्हें बचा रहा है. प्रबंधन ने आंदोलनकारियों को समझाया कि अभी खान सुरक्षा निदेशालय की जांच चल रही है. आगे जो भी दोषी पाये जायेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. इसके बाद आंदोलनकारी लौट गये. वार्ता में सीजीएम चंचल मुखोपाध्याय व उप महाप्रबंधक अमित विश्वास और सेलकर्मियों की तरफ से दर्जनों भारी वाहन चालक मौजूद थे.
छह दिनों बाद भी उत्पादन शुरू नहीं
24 जून की रात हुई दुर्घटना के बाद से दुर्घटनाग्रस्त डंपर को हॉपर से नहीं निकाला गया है. इससे खदान का उत्पादन शुरू नहीं हो सका है. खान सुरक्षा निदेशालय की टीम घटना की जांच कर रही है. प्रबंधन सूत्रों के अनुसार खदान में ओवर वार्डन, रेलवे साइडिंग आदि क्षेत्रों में कुछ कार्य शुरू कर दिया गया है. जब तक डंपर नहीं निकलता है, तब तक उत्पादन शुरू नहीं होगा. ऐसा पहली बार है जब घटना के बाद लगभग छह दिनों तक खदान का उत्पादन डीजीएमएस के आदेश पर बंद है. इससे प्रबंधन को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है.
सीआइएसएफ जवानों को हेलमेट जांच के आदेश
खदान में डंपर दुर्घटना के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. प्रबंधन ने खदान गेट पर तैनात सीआइएसएफ के जवानों को निर्देश दिया है कि बिना हेलमेट वाहनों को अंदर न जाने दें. निजी वाहन से ड्यूटी जाने वाले सेलकर्मियों के साथ दुर्घटना होती है तो जिम्मेदार सेलकर्मी होंगे.
Posted By : Guru Swarup Mishra