सिमडेगा. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के तत्वाधान में नेशनल एकेडमी ऑफ रूडसेटी द्वारा संचालित 32 दिवसीय सीआरपी-इपी प्रशिक्षण कार्यक्रम आरसेटी संस्थान सिमडेगा में संपन्न हुआ. प्रशिक्षण पांच नवंबर से छह दिसंबर तक आयोजित किया गया था. मौके पर सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. प्रशिक्षण के 32 दिनों में 16 दिन कक्षा सत्र, 15 दिन फील्ड विजिट तथा एक दिन मूल्यांकन प्रक्रिया की गयी. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को उद्यमिता व आजीविका आधारित गतिविधियों से जोड़ कर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाना था. प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को उद्यमिता की अवधारणा, व्यवसाय चयन, लाभ-हानि विश्लेषण, रिकॉर्ड कीपिंग, बैंकिंग, डिजिटल भुगतान, स्वयं सहायता समूह एवं ओएसएफ मॉडल, बाजार सर्वेक्षण, ग्राहक प्रबंधन और जोखिम विश्लेषण जैसे विषयों की जानकारी दी गयी. इसके अलावा स्थानीय मॉडल उद्यमियों के उत्पादन केंद्रों, दुकानों और सेवा इकाइयों का फील्ड विजिट कराया गया. विशेषज्ञों का कहना है कि इन प्रशिक्षित महिलाओं की सक्रियता से समूहों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और स्थानीय स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा. कार्यक्रम को सफल बनाने में मास्टर ट्रेनर व फंक्शनल एक्सपर्ट राजेश सिन्हा एवं राजेश पांडेय की महत्वपूर्ण भूमिका रही. प्रशिक्षित सीआरपी-इपी महिलाएं आने वाले समय में अनेक महिलाओं को आजीविका से जोड़ कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान देगी.
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