सिमडेगा. ग्रामीण विकास विभाग झारखंड सरकार के तहत संचालित बिरसा हरित ग्राम योजना के अंतर्गत सिमडेगा में आम महोत्सव सह बागवानी मेला का आयोजन किया गया. मेले में जिले के सभी प्रखंडों के लाभुक किसानों ने अपने आम उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी, जिसमें आम की अनेक किस्में देखने को मिलीं. कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त कंचन सिंह, उपविकास आयुक्त संदीप कुमार दोराईबुरु, एलआरडीसी अरुणा कुमारी, जिला नियोजन पदाधिकारी आशा मैक्सिमा लकड़ा, बांसजोर प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा लाभुक किसानों ने संयुक्त रूप से किया. उपायुक्त कंचन सिंह ने कहा कि बिरसा हरित ग्राम योजना का उद्देश्य केवल वनरोपण को बढ़ावा देना ही नहीं, बल्कि ग्रामीणों को स्थायी आजीविका के अवसर उपलब्ध कराना भी है. उन्होंने कहा कि मनरेगा के माध्यम से की जा रही बागवानी से किसान पर्यावरण संरक्षण में योगदान देते हुए आर्थिक रूप से भी लाभान्वित हो रहे हैं. यह योजना ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधार की दिशा में एक प्रभावशाली पहल है. परियोजना पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि वर्ष 2020-21 से अब तक जिले में कुल 10,177 एकड़ भूमि पर बागवानी योजना स्वीकृत की जा चुकी है. आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 2,000 एकड़ भूमि में आम की बागवानी का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने इसे किसानों के लिए आर्थिक सशक्तीकरण का सुनहरा अवसर बताया. मेले में आम की कई किस्में प्रदर्शित की गयीं और महिलाओं की भागीदारी से यह आयोजन महिला सशक्तीकरण का भी माध्यम बना. उपायुक्त ने उपविकास आयुक्त को निर्देशित किया कि किसानों को उनके उत्पादों का उचित बाजार उपलब्ध कराया जाये, जिससे उन्हें उचित मूल्य प्राप्त हो सके. साथ ही आम के निर्यात और उससे बने अन्य उत्पादों के निर्माण को भी बढ़ावा देने पर जोर दिया गया. कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त ने सभी स्टॉलों का भ्रमण कर किसानों के उत्पादों का अवलोकन किया. मौके पर किसानों ने उन्हें आम से भरी टोकरी भेंट स्वरूप दी.
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