ठेठईटांगर. ठेठईटांगर प्रखंड के अंवराबहार बड़काटोली निवासी 25 वर्षीय पंकज लकड़ा इलाज के अभाव में बीते 10 सालों से खाट पर पड़ा है. उसे कोई सरकारी लाभ अब तक नहीं मिला है. इलाज में परिजन लाखों रुपये खर्च कर चुके हैं. उसके पिता रंथू लकड़ा ने बताया कि बेटा पंकज लकड़ा अब 25 वर्ष का हो गया है. सलगापोछ मिशन स्कूल में पढ़ता था तब अचानक उसके पैर में दर्द होने की शुरुआत हुई. वर्ष 2014 के आसपास आठवीं कक्षा में पढ़ यहा था, तभी दर्द के कारण चलने-फिरने में असमर्थ हो गया और पढ़ाई छूट गयी. उसका इलाज राउरकेला के वेसेज पटेल अस्पताल के अलावा अन्य अस्पतालों में खेत आदि बेच कर कराया गया. इसमें लगभग तीन-चार लाख तक खर्च हो चुके हैं, लेकिन बीमारी नहीं ठीक हुई. लगभग 10 वर्ष से खाट पर सोया रहता है. शौचालय व नहाने के लिए उसे सहारा देकर उठाया जाता है. रंथू लकड़ा ने बताया कि अभी तक कोई सरकारी लाभ नहीं मिला है, जिससे उसका समुचित इलाज नहीं करा पा रहे हैं. रंथू लकड़ा ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि बेटे के इलाज के लिए सहयोग करें.
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