एडीजे ने कहा मानसिक रोगियों के साथ
सिमडेगा : सदर अस्पताल स्थित एएनएम स्कूल के सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में मुख्य अतिथि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) एसके झा एवं विशिष्ट अतिथि प्राधिकार के सचिव सत्यपाल एवं रजिस्ट्रार विक्रम आनंद उपस्थित थे.
कार्यक्रम का उदघाटन एडीजे श्री झा व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया. एडीजे श्री झा ने कहा कि मानसिक रोगियों के साथ कुशल व्यवहार करें. उनके साथ अभद्र व्यवहार कानून के विरूद्ध है. उन्होंने कहा कि मानसिक रोगियों की मदद करना हमारा कर्तव्य है.
उनके लिये कानून में भी विशेष प्रावधान है, जिसका हमें पालन करना चाहिए. प्राधिकार के सचिव सत्यपाल ने कहा कि मानसिक रोगियों को अधिकार से वंचित नहीं करें. मानसिक रोगी एक बीमार व्यक्ति की तरह होता है.
जिसकी देखरेख हम सभी का दायित्व है. उन्होंने कहा कि मानसिक रोगियों के लिये मेंटल हेल्थ एक्ट 1987 का निर्माण किया गया है. जिसके तहत आठ उद्देश्यों को रखा गया है, जिसका पालन करना हम सभी का कर्तव्य है. शीतल प्रसाद ने कहा कि मानसिक रोगियों का इलाज भी अन्य रोगियों की तरह होना चाहिए.
उन्हें प्राथमिक इलाज स्थानीय स्तर पर करने के बाद ही आगे रेफर किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि अक्सर देखा गया है कि मानसिक रोगियों को लोग पागल कह कर मेंटल हॉस्पिटल में रेफर कर देते हैं, जबकि ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.
इस अवसर पर रजिस्ट्रार विक्रम आनंद, डॉ अब्बास हुसैन, अधिवक्ता विजय कुमार आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम का संचालन डीपीएम अनिल बरला ने किया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से सदर अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन डॉ बेनेदिक मिंज, उपाधीक्षक डॉ ओलंबिया केरकेट्टा, एएनएम स्कूल के प्राचार्या लीली ग्रेस शॉ के अलावा अन्य लोग उपस्थित थे.