सिमडेगा : संपूर्ण शहरी क्षेत्र में 2019 तक नगर परिषद द्वारा शुद्ध जलापूर्ति मुहैया करा दी जायेगी. इसकी तैयारी की जा रही है. शहरी क्षेत्र के पांच-छह वार्डों में ही अभी नियमित रूप से जलापूर्ति की जा रही है. पेयजल की किल्लत को देखते हुये कैबिनेट ने पिछले साल ही वर्ल्ड बैंक को सिमडेगा में जलापूर्ति व्यवस्था को प्राथमिकता के तौर पर बहाल करने को कहा था. इधर शहरी क्षेत्र के केलाघाघ डैम से जलापूर्ति के लिए सर्वे किया गया किंतु लघु सिंचाई की ओर से एनओसी नहीं मिला.
इसके बाद कंसजोर जलाशय से शहरी क्षेत्र में जलापूति के लिए डीपीआर बनाया गया. आज वाटर रिसोर्सेश के जीएम एसके साहू, प्रोजेक्ट मैनेजर विजय कुमार, डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर सोनम सहाय, रूद्राभिषेक कंसलटेंसी के अधिकारी के अलावा नगर परिषद के सीटी मैनेजर अनंत खलखो, लेखापल विनोद साहू, एई सुरेश राम, जेई नंदू यादव कंशजोर जलाशय का निरीक्षण करने गये. निरीक्षण करने के बाद एसडीओ कार्यालय में अधिकारियों ने एसडीओ जगबंधु महथा, नप उपाध्यक्ष ओमप्रकाश साहू के साथ बैठक की. बैठक में त्वरित गति से कार्य करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया. मालूम हो कि शहरी क्षेत्र के कॉलेज पहाड़ , शामटोली तथा सलडेगा में पानी टंकी का निर्माण किया जायेगा.
15 दिनों के अंदर डीपीआर को मंजूरी दिलायेंगे : नप उपाध्यक्ष ओमप्रकाश साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवार दास की सक्रियता से ही टीम आज सिमडेगा पहुंची है. उनके द्वारा बीरू में मुख्यमंत्री के आगमन पर काम को तेजी से कराने का आग्रह किया गया था. श्री साहू ने कहा कि डीपीआर को 15 दिनों में मंजूरी करा दी जायेगी. इसके लिये वे स्वयं नगर विकास में अधिकारियों से बात करेंगे.