प्रभु यीशु संसार में ज्योति बन कर आये. ज्योति हर बुराई को नष्ट कर देती है. ज्योति से ही हम अच्छाई व बुराई की पहचान कर सकते हैं और हम सही राह पर चल सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु मनुष्य के रूप में जन्म लेकर इस दुनिया में आये तथा मनुष्य को जीने का राह बताया. ईश्वर ने मनुष्य को अपने अनुरूप बनाया तथा उन्हें अपने गुणों एवं पवित्रता से भर दिया. इस मौके पर विभिन्न मंडलियों व स्कूली छात्राओं द्वारा क्रिसमस गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया. लघु नाटिका का भी मंचन किया गया. संचालन अनुप्रिया लकड़ा ने किया.
कार्यक्रम में फादर सेबेस्तियन एक्का, भूषण बाड़ा, सेराफिनुस कुल्लू, क्लारा बा, फादर बेंजामिन डुंगडुंग, फादर इग्नेस टेटे, फादर तोबियस केरकेट्टा, फादर जोन केरकेट्टा, सिस्टर ऐरेन, सिस्टर सबिना, सिलवेस्तर,अगाथा, सिस्टर लुसी, सिस्टर अनिमा कुजूर, फादर इमानुएल बरला, विकास कंडुलना, सुमित टेटे, आशा तिर्की , शीतल एक्का, हाबिल, एडवर्ड मिंज व कुलदीप खेस के अलावा काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.