उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री व जिला के सभी पदाधिकारियों ने महात्मा गांधी व लाल बहादूर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम का उदघाटन करने के बाद उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छता को अपने जीवन में लाने की आवश्यकता है.
लोगों को दिसंबर 2017 तक जिले को पूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त कराने की शपथ दिलायी. उन्होंने कहा कि जिला के लिए गर्व की बात है कि बासेन पंचायत की पूर्व मुखिया दोरोथिया केरकेट्टा बासेन पंचायत को खुले में शौच से मुक्त बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है. उन्हें दो अक्तूबर को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री के हाथो सम्मानित किया जायेगा. जिले में स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत 1315 शौचालय का निर्माण किया गया. 11 गांव खुले में शौच से मुक्त घोषित किये गये.
इस मौके पर उपायुक्त ने मुखिया केरसई बलासियुस खेस, मुखिया टैंसेर पूर्वी धर्मपकाश डुंगडुंग, मुखिया बंगरू युदिका किड़ो, मुखिया बीरू रजनी देवी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. जल सहिया ग्राम टैंसेर पूर्वी सुषमा खाखा, जल सहिया ग्राम केरसई फबियोला खेस, जल सहिया ग्राम करमटोली विमला लकड़ा को प्रोत्साहन राशि दी गयी. स्वच्छता ग्राही बीरू वाल्मीकि प्रधान को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इसी तरह महिला मिस्त्री भेलवाडीह कुरूसकेला की बिंदु देवी, सुबली कंडुलना कोनमेरला जलडेगा तथा एसरंती लुगून को शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया.