Saraikela Sadar Hospital, सरायकेला (शचिंद्र कुमार दाश): सरायकेला जिले के सदर अस्पताल में एक्स-रे मशीन पिछले पंद्रह दिनों से खराब पड़ी है. इससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. डॉक्टरों द्वारा एक्स-रे परीक्षण की सलाह मिलने पर मरीजों को अस्पताल से बाहर निजी एक्स-रे सेंटरों का रुख करना पड़ रहा है, जहां उन्हें अस्पताल की तुलना में चार गुना ज्यादा राशि खर्च करनी पड़ रही है.
55 रुपये में होने वाला एक्स-रे अब 200 से 300 रुपये में हो रहा
सदर अस्पताल में एक्स-रे के लिए 55 रुपये निर्धारित हैं और टीबी मरीजों के लिए एक्स-रे निशुल्क है. लेकिन मशीन खराब होने के कारण मरीजों को बाहर निजी केंद्रों में 200 से 300 रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं. इससे गरीब और दूरदराज के मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है.
Also Read: बोकारो: आधी रात में पत्नी को हथौड़े से कूंचा, फिर चाकू से रेत डाला गला, तीनों बच्चे बगल में सोते रहे
तीन टेक्नीशियन आकर जा चुके हैं, फिर भी मशीन ठीक नहीं
जानकारी के अनुसार, एक्स-रे मशीन खराब होने के बाद से अस्पताल प्रबंधन मरम्मत प्रक्रिया में जुटा हुआ है. अब तक तीन अलग-अलग टेक्नीशियन मशीन की जांच कर चुके हैं और खराब पुर्जों की सूची बनाकर ले भी गए हैं, लेकिन मशीन अब तक दुरुस्त नहीं हो सकी है. इसका खामियाजा मरीजों और उनके परिजनों को उठाना पड़ रहा है.
कुचाई CHC की एक्स-रे मशीन भी बंद
सरायकेला जिले के कुचाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी एक्स-रे मशीन बंद है. पिरामल फाउंडेशन की ओर से लगाई गई इस मशीन में खराबी आने के बाद इंजीनियरों की टीम ने जांच तो की, पर मशीन अभी तक ठीक नहीं हो सकी है. यहां भी मरीज निजी एक्स-रे सेंटरों पर निर्भर हैं.
बाकी CHC में एक्स-रे सेवा चालू
खरसावां, राजनगर, चांडिल और ईचागढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक्स-रे मशीन सामान्य रूप से संचालित है. यहां एक्स-रे संचालन के लिए टेक्नीशियन की नियुक्ति की गई है, जिससे मरीजों को किसी तरह की समस्या नहीं हो रही है.
मरीजों की मांग: जल्द से जल्द मशीन को दुरुस्त किया जाए
सदर अस्पताल में एक्स-रे मशीन के ठप होने की वजह से लोगों में नाराजगी है. मरीजों और परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से मांग की है कि जल्द से जल्द एक्स-रे मशीन को दुरुस्त किया जाए, ताकि गरीब मरीजों को निजी केंद्रों का खर्च न उठाना पड़े.

