चौका.
चौका थाना क्षेत्र के खूंटी स्थित मेसर्स नरसिंह इस्पात लिमिटेड के विस्तारीकरण को लेकर शुक्रवार को झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने पर्यावरणीय लोक सुनवाई की. कंपनी के निदेशक अजय कुमार सिंह ने विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कंपनी का विस्तार होगा. कंपनी स्पंज आयरन यूनिट स्थापित नहीं करेगी. क्षेत्र में प्रदूषण नहीं फैलेगा. कंपनी सामाजिक दायित्व के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क, लाइट पर काम करेगी. कंपनी विस्तारण से स्थानीय लोगों की रोजगार मिलेगा. वहीं, ग्रामीणों ने कंपनी विस्तारण का विरोध किया. उन्होंने कहा कि कंपनी विस्तारण से क्षेत्र में प्रदूषण फैलेगा. किसी हाल में स्पंज आयरन प्लांट नहीं लगने देंगे. ग्रामीणों ने कंपनी पर आरोप लगाया कि मजदूरी दर में कटौती की जाती है. पीएफ और इएसआइ के लाभ की अनदेखी की जाती है. सुरक्षा उपकरणों की कमी है.इन विभागों की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी
कंपनी के निदेशक ने बताया कि कंपनी को पिग आयरन उत्पादन क्षमता को 155,250 टन प्रतिवर्ष से बढ़ाकर 414,000 टन प्रतिवर्ष करने, सिंटर उत्पादन क्षमता को 207,000 टन प्रतिवर्ष से बढ़कर 483,000 टन प्रतिवर्ष करने, बीएफ गैस के माध्यम से कैप्टिव पावर उत्पादन को 4 मेगावाट से बढ़ाकर 9 मेगावाट करने और डक्टाइल आयरन पाइप संयंत्र व 1,200 प्रति घंटा क्षमता का ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

