सरायकेला. बीते एक सप्ताह से लगातार बारिश के बाद गुरुवार को हल्की धूप खिली. लोगों को सूर्य के दर्शन हुए. इस लोगों ने राहत महसूस की. वहीं, किसान खेती कार्य में जुट गये. कई जगहों पर रोपनी शुरू की गयी. वहीं, छींटा विधि से हुई खेती में कढ़ान कार्य शुरू किया गया. खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी खरकई नदी: लगातार बारिश व ओडिशा में ब्यांगबिल डैम का फाटक खोलने के कारण खरकई नदी गुरुवार की सुबह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी. सुबह आठ बजे जलस्तर 129.96 मीटर था, जो सामान्य से सात मीटर अधिक रहा. दिन के चढ़ते ही जल स्तर घटने लगा. शाम तक सामान्य स्तर पर आ गया. ओडिशा के ब्यांगबिल डैम का एक फाटक व खरकई डैम रायरंगपुर के दो गेट खोले गये थे. सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा. तटीय क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में जुटा रहा.
सरायकेला का साप्ताहिक हाट की स्थिति दयनीय :
सरायकेला साप्ताहिक हाट की स्थिति दयनीय हो गयी है. हाट परिसर में कीचड़ व गंदगी का अंबार है. बगल में कन्हाई पोखर (तालाब) में लबालब है. आसपास के घरों में पानी घुस गया था. नगर पंचायत ने पानी निकासी की व्यवस्था की. लगभग दो वर्ष पूर्व करोड़ों की लागत से साप्ताहिक हाट का सौंदर्यीकरण किया गया था. परिसर में प्रत्येक दिन सब्जी मार्केट लगता है. शुक्रवार को हाट लगती है.केरकेट्टा डैम लबालब, नदियों का जलस्तर बढ़ा
लगातार हो रही बारिश से खरसावां की सोना, संजय, शुरु व शंख नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. खेत जलमग्न हो गये हैं. कुचाई स्थित केरकेट्टा डैम लबालब है. बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. कई कच्चे मकान गिर गये हैं. कुछ घरों को आंशिक क्षति पहुंची है. खरसावां सीओ कप्तान सिंकु व विधायक प्रतिनिधि ने क्षतिग्रस्त घरों का मुआयना किया.बारिश ने खोली ड्रेनेज सिस्टम की पोल:
बारिश ने खरसावां में ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी है. अधिकतर नालियां गंदगी से बजबजा रही हैं. नालियों का पानी सड़कों पर आ गया है. सड़कों पर जल जमाव से आवागमन में दिक्कत हो रही है. बारिश से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. बारिश रुकने के इंतजार में किसानकिसान बारिश रुकने का इंतजार कर रहे हैं. बारिश थमने के साथ कृषि कार्य भी तेजी आयेगी. खेतों को पहले ही तैयार कर दिया गया है. धान के बिचड़े तैयार हैं. अब खेतों में धान की रोपाई शुरू हो जायेगी.
गुरुवार सुबह आठ बजे नदियों का जलस्तर
खरकई नदी (आदित्यपुर पुल स्थल)
खतरे का निशान: 129.00 मीटरजलस्तर रहा : 129.96 मीटर
स्वर्णरेखा नदी (मानगो पुल स्थल)खतरे का निशान : 121.50 मीटर
जल स्तर रहा : 120.64 मीटरसाप्ताहिक हाट में जल जमाव व गंदगी को लेकर निरीक्षण किया गया है. ड्रेनेज की साफ-सफाई शुरू की गयी है, ताकि जल निकासी हो. लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े.
– शशि शेखर सुमन
, इओ, सरायकेला नगर पंचायतडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

