Jharkhand Tourism| सरायकेला/चांडिल, शचिंद्र कुमार दाश/संजय महतो : सरायकेला-खरसावां जिले के 3 पर्यटन स्थलों में पर्यटन विभाग की ओर से करीब 4 वर्ष पूर्व लाखों रुपए खर्च करके लगायी गयी अधिकांश स्ट्रीट लाइट्स खराब हो गयी हैं. चांडिल के जॉयदा मंदिर और पालना डैम में तो लाइट कभी जलती ही नहीं. लाइट नहीं होने के कारण रात में आसपास के परिसर में अंधेरा छा जाता है. खरसावां के पर्यटन स्थल मां आकर्षणी की पहाड़ी पर चढ़ने वाली सीढ़ी और मैदान में लगाये गये स्ट्रीट लाइट्स भी खराब हैं. इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अंधेरे में सीढ़ियों पर अनहोनी की आशंका बनी रहती है. स्थानीय लोगों ने बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है.
आकर्षणी पीठ : पहाड़ी पर जाने वाली सीढ़ियों में लगी लाइट खराब
खरसावां के 320 फीट की ऊंचाई पर मौजूद आकर्षणी पीठ जाने के लिए पहाड़ी पर चढ़ने के लिए बनी सीढ़ियों के किनारे 36 स्ट्रीट लाइट्स लगवायी गयी थी. इनमें से केवल 2-4 को छोड़ सभी लाइट्स खराब हैं. पहाड़ी के ऊपर लगे 4 हेलोजन भी खराब हो चुके हैं. हालांकि, जनवरी में कुछ लाइट्स को बदला गया, लेकिन वे भी खराब हो गयीं हैं.

श्रद्धालुओं को होती है परेशानी
मां आकर्षणी की पूजा एवं मेला का आयोजन करने वाली समिति के सचिव रामजी सिंहदेव कहते हैं कि स्ट्रीट लाइट के खराब होने के कारण शाम होते ही पूरे आकर्षणी पहाड़ी क्षेत्र में अंधेरा छा जाता है. इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी होती है. समिति की ओर से खराब स्ट्रीट लाइट्स को बदलने की मांग की गयी है. मां आकर्षणी के दर्शन के लिए साल भर श्रद्धालु यहां आते हैं.
पालना डैम : आज तक नहीं जली लाइट
एनएच-33 पर चौका मोड़ से करीब 3 किलोमीटर दूर चांडिल के पालना डैम में पर्यटन विभाग की ओर से लाखों रुपए खर्च करके डैम के चारों ओर लाइट्स लगवायी गयी थी. लाइट्स तो लग गयीं, लेकिन बिजली का कनेक्शन नहीं दिया गया. फलस्वरूप लाइट्स शोभा की वस्तु बनकर रह गयीं. आज तक स्ट्रीट लाइट्स के बल्ब कभी जले ही नहीं. शाम होते ही डैम के चारों ओर अंधेरा हो जाता है, जिससे आपराधिक गतिविधियों की आशंका बनी रहती है.

पड़े-पड़े खराब हो रही लाइट्स
ग्राम प्रधान अश्वनी महतो कहते हैं कि प्रशासन की ओर से पालना डैम के इर्द-गिर्द कई स्ट्रीट और हाईमास्ट लाइट्स लगायी गयी. अब तक बिजली का कनेक्शन नहीं दिया गया, जिसकी वजह से कभी इसके बल्ब नहीं जले. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द बिजली का कनेक्शन दिया जाये, ताकि लाइट जल सकें. उन्होंने कहा कि अब तो अधिकतर स्ट्रीट लाइट और हाईमास्ट लाइट खराब होने की कगार पर हैं. चांडिल का पालना डैम अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है. डैम का नीला जल सैलानियों को खूब लुभाता है.
जॉयदा मंदिर : बिजली बिल जमा नहीं करने पर कटा कनेक्शन
टाटा-रांची एनएच-33 के समीप स्थित चांडिल के जॉयदा मंदिर में करीब 4 वर्ष पहले पर्यटन विभाग की ओर से लाखों रुपए खर्च करके स्ट्रीट लाइट और हाई मास्ट लाइट्स लगायी गयी थी. उद्घाटन के बाद करीब तीन-चार माह तक लाइट जले. इन लाइट्स की दूधिया रोशनी से जॉयदा मंदिर का आकर्षण देखते ही बनता था. लाइट्स तो लग गयी, लेकिन यह तय नहीं हुआ कि बिजली का बिल कौन भरेगा. फलस्वरूप बिजली बिल अधिक होने और समिति की ओर से बिल का भुगतान नहीं किये जाने के कारण विभाग ने बिजली का कनेक्शन ही काट दिया.

मेंटेनेंस नहीं होने के कारण लाइट्स खराब
जॉयदा मंदिर के महंत केशवानंद सरस्वती ने बताया कि मंदिर के नजदीक एक स्ट्रीट लाइट लगी है. केवल यही जलती है. लाइट्स का समय पर मेंटेनेंस नहीं होने के कारण यहां भी कई लाइट्स खराब हो चुकी है. मंदिर से एनएच-33 जाने वाली मुख्य सड़क तक एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं जलती. इधर, बिजली विभाग के कार्यपालक सहायक अभियंता के एनएस मुंडा ने बताया कि हो सकता है लाइट खराब हो गयी होगी. इसकी जानकारी लेनी होगी. बिजली नहीं रहने की स्थिति में लाइट जलाने के लिए डीजी, तो दिया गया है, लेकिन डीजल के अभाव में डीजी शेड में ही पड़ा रहता है.
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