खरसावां. कुचाई प्रखंड की रुगुडीह पंचायत के धुनाडीह से नीमडीह ( 6.375 किमी) व रोलाहातु पंचायत के तोरंबा से अतरा (5.4 किमी) तक सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता का मामला सामने आया है. इससे आम लोगों में आक्रोश है. विधायक दशरथ गागराई ने निर्माणाधीन सड़क का औचक निरीक्षण किया. पीएमजीएसवाई से बन रही सड़क की खामियों को देख नाराजगी जतायी. कहा कि सड़क की गुणवत्ता बेहद खराब है. निरीक्षण में विधायक ने पाया कि एक तरफ से सड़क बनते जा रही है और दूसरी तरफ से उखड़ रही है. पैर की उंगलियों से सड़क का कालीकरण उखड़ रहा है. ब्लैक टॉपिंग की परत पतली है. पीसीसी पथ पर जगह-जगह दरारें आ चुकी हैं. कई स्थानों पर सड़क का कालीकरण तक नहीं किया गया है. साथ ही लगभग 9 से 10 जगहों पर बने कल्वर्ट और छोटी पुलिया बेहद निम्नस्तर की हैं. कल्वर्ट व छोटी पुलिया में गार्डवाल तक नहीं बनाया गया है. यह मामूली बारिश में भी क्षतिग्रस्त हो सकता है. योजना से संबंधित डिस्प्ले बोर्ड तक नहीं लगाया गया है.
विधायक के हर सवाल पर अभियंता ने चुप्पी साधी
निरीक्षण के दौरान सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता पर विधायक ने आरइओ के अभियंताओं से कई सवाल किये. हर सवाल पर अभियंता चुप्पी साध गये. इस पर विधायक फटकार लगाते हुए कहा कि तय समय सीमा में कार्य पूरा नहीं हुआ. जितना कार्य हुआ है, उसमें काफी अनियमितता बरती गयी है. सरकार के नियमों को ताक पर रख कर कार्य किया जा रहा है. ठेकेदारों और अधिकारियों को लूट की छूट नहीं दी जा सकती है. विकास योजनाओं में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जायेगी. विधायक ने कहा कि सड़क निर्माण में गड़बड़ियों की उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर विभागीय मंत्री से भी मिलेंगे.ढाई साल में भी पूरी नहीं हो सका सड़क का निर्माण कार्य
धुनाडीह से नीमडीह (7.96 करोड़) व तोरंबा से अतरा (3.92 करोड़) तक सड़क निर्माण कार्य सात माह में पूर्ण करना था. लेकिन ढाई साल बाद भी सड़क का निर्माण कार्य अधूरा है. सड़क निर्माण कार्य के लिए संवेदक के साथ तीन सितंबर 2022 को इकरारनामा हुआ था. इन दोनों सड़कों का निर्माण कार्य मार्च 2023 में पूर्ण करना था. दुरुह क्षेत्र होने के कारण बाद में विभाग की ओर से समय अवधि में विस्तार देते हुए 30 मार्च 2024 तक पूर्ण करने को स्वीकृति दी थी. इकरारनामा के ढाई साल बाद भी सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ. वहीं, संवेदक की ओर से कार्यों से अधिक की राशि की निकासी कर ली गयी है.दिशा की बैठक में उठा था मामला
कुचाई के धुनाडीह से नीमडीह व तोरंबा से अतरा तक सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने का मामला करीब डेढ़ वर्ष पूर्व दिशा की बैठक में भी उठा था. विधायक दशरथ गागराई द्वारा मामला उठाये जाने के बाद तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया था. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.धुनाडीह से नीमडीह तक पहली बार बन रही सड़क
धुनाडीह से नीमडीह तक पहली बार पक्की सड़क बन रही है. पूर्व में क्षेत्र के लोग पहाड़ी कच्चे रास्ते से पैदल चलकर आवागमन करते थे. क्षेत्र में चारपहिया वाहनों से आवागमन नहीं हो पाता था. एक ओर सड़क बनने से ग्रामीणों में उम्मीद थी कि गांव में विकास योजनाएं पहुंची हैं. पर निर्माण में अनियमितता बरते जाने से लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है. सड़क बनने से बा:गुटू, गिलुवा, डोडरोदा व आस-पास के टोला के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. सड़क बनने से क्षेत्र विकास की मुख्यधारा से जुड़ेगा. कुचाई प्रखंड का रोलाहातु व रुगुडीह पंचायत घने पहाड़ियों की तलहटी में बसा है. यह क्षेत्र कुचाई के अंतिम सीमा पर है. भगौलिक दृष्टिकोण से इस क्षेत्र में पहुंचना काफी कठिन है. निरीक्षण में अजय तिर्की, एइ धीरज स्वांसी, जेइ जैक टुडू, मुन्ना सोय, राहुल सोय, घनश्याम सोय समेत बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है