चौका.
झारखंड राज्य आजीविका कर्मचारी संघ के बैनर तले जेएसएलपीएस ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत कार्यरत स्तर-5 से स्तर-8 तक के पदाधिकारी एवं कर्मचारी अपनी लंबित और सैद्धांतिक मांगों को लेकर शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. इसी को लेकर सभी जिले सहित सरायकेला-खरसावां जिला मुख्यालय परिसर में जिले के सभी आजीविका कर्मियों ने हड़ताल पर गए. इस हड़ताल का उद्देश्य राष्ट्रीय आजीविका संवर्धन सोसायटी द्वारा तैयार मानव संसाधन नियमावली 2024 को लागू करना और नियमित वार्षिक वेतन बढ़ोतरी रहा है. संघ का कहना है कि विभागीय सचिव के निर्देश पर 8 अक्तूबर को मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जेएसएलपीएस (पलाश) के साथ हुई वार्ता में सभी मांगों पर एक महीने के भीतर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन निर्धारित समय बीत जाने के बावजूद किसी भी मांग पर ठोस कार्रवाई नहीं की गयी. संघ ने बताया कि 11 और 12 नवंबर को आयोजित ऑनलाइन बैठक में स्थिति की समीक्षा के बाद 21 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया. संघ ने कहा कि लगातार प्रतीक्षा और समय दिये जाने के बाद भी जब कोई परिणाम नहीं दिखा, तब मजबूरन उन्हें यह कठोर कदम उठाना पड़ रहा है. यह हड़ताल जेएसएलपीएस की मानव संसाधन नियमावली 2013 को संशोधित करना और नयी नीति करने लागू करने तक जारी रहेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

