सरायकेला. सरायकेला प्रखंड के जगन्नाथपुर गांव में आयोजित रामलीला में तीसरे दिन गुरुवार को कलाकारों ने भगवान रामचंद्र के विवाह की कथा का मंचन किया. उत्तर प्रदेश से आये श्री धर्म प्रचारक रामलीला मंडली कार्यक्रम कर रही है. भगवान राम चंद्र व माता सीता के विवाह को लेकर ग्राम वासियों को घराती और बाराती बनाया गया था. इसे लेकर लोगों में खासा उत्साह रहा. गुरुवार को सीता स्वयंवर के बाद राजा जनक ने अयोध्या नगरी में संदेश भेज कर राजा दशरथ से बारात लाने का आमंत्रण भेजा. उक्त कथा का बड़े मनोरम ढंग से मंचन किया गया. भगवान राम चंद्र जी का विवाह का समाचार पाकर पूरी अयोध्या नगरी हर्षोल्लास से भर जाती है. सभी नागरिक खुशियां मनाने लगते हैं. रामलीला में जगन्नाथपुर गांव की महिला समिति की सदस्यों का अहम योगदान रहा. समिति के सदस्यों के सहयोग से भगवान राम चंद्र की बारात ढोल ताशे ओर नगाड़ों के साथ धूमधाम से निकाली गयी. बारात के जनकपुर पहुंचने पर घराती और बाराती बने गांव के दर्जनों महिला व पुरुषों ने भगवान राम और माता सीता के विवाह की सारी रस्म निभायी. विवाह के उपरांत भगवान राम और माता सीता के अयोध्या पहुंचने पर अयोध्यावासी बने ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया. रामलीला के अंत में श्रद्धालुओं के बीच भोग (प्रसाद) के रूप में खिचड़ी का वितरण किया. मौके पर गुणाधर बेहरा, नागेश्वर प्रधान, यशवंत प्रधान, अर्जुन प्रधान, लखिन्द प्रधान, पंचु महतो, बसंत प्रधान, हेमंत प्रधान, हेमसागर प्रधान, सत्य मंडल, देवीदत्त प्रधान, वशिष्ठ प्रधान समेत अन्य उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है