उधवा.प्रखंड के पूर्वी प्राणपुर पंचायत में एक बार फिर गंगा पंप नहर विभाग की अनदेखी और ठेकेदार की बड़ी लापरवाही सामने आयी है. इस लापरवाही के कारण गंगा कटाव निरोधक कार्य में इस्तेमाल होने वाला बोल्डर बॉक्स का एक बड़ा हिस्सा गंगा नदी में समा गया है. इससे करोड़ों रुपये की योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है. जानकारी के अनुसार, उधवा के पूर्वी प्राणपुर पंचायत और श्रीधर पंचायत के तटवर्ती क्षेत्रों में गंगा कटाव को रोकने के लिए कार्य प्रगति पर है. फिलहाल, जलस्तर बढ़ने के कारण कार्य अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग द्वारा ₹7.54 करोड़ की लागत से पूर्वी प्राणपुर के शांति मोड़ से लेकर श्रीधर पंचायत के साहेब टोला तक कटाव निरोधक कार्य कराया जा रहा है. गुरुवार को इस योजना के तहत बनाये गये बोल्डर बॉक्स में से तीन नंबर बॉक्स का एक हिस्सा गंगा की तेज धारा की चपेट में आकर नदी में ढह गया. विदित हो कि बीते कुछ दिनों से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे कटाव भी तेज हो गया है. इससे पहले 28 जुलाई को भी दो नंबर बॉक्स का अगला हिस्सा नदी में समा गया था.
ग्रामीणों ने लगाया भ्रष्टाचार के आरोप, जांच की मांग
स्थानीय लोगों ने इस घटना को गंभीर बताते हुए ठेकेदार पर कार्य में अनियमितता का आरोप लगाया है. साथ ही विभाग पर भी अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस बोल्डर क्रेटिंग पर उन्हें भरोसा था, वह गंगा के पहले ही दबाव को नहीं झेल सका. पूर्वी प्राणपुर के स्थानीय निवासी सद्दाम शेख, अख्तर शेख, माताहार शेख, मोस्ताफा शेख और फरामुद्दीन शेख सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि कार्य की शुरुआत के समय ही उन्होंने विभाग को इसकी कमजोर गुणवत्ता की जानकारी दी थी. बावजूद इसके विभाग ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया. अब नतीजा यह है कि बोल्डर बॉक्स ढह गया है. ग्रामीणों ने ठेकेदार पर उचित कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि अगर समय रहते इस लापरवाही पर लगाम नहीं लगाई गई, तो गंगा कटाव से बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है.
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