एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया खुलासा, महीनों से रची जा रही थी हत्या की साजिश प्रतिनिधि, साहिबगंज. विश्वनाथ हत्याकांड ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है. यह घटना न केवल एक परिवार के लिए गहरी पीड़ा लेकर आयी बल्कि समाज के सामने अपराध की भयावह सच्चाई भी उजागर कर गयी. पुलिस जांच में सामने आया कि इस हत्या की योजना कई महीनों से बनायी जा रही थी. मृतक के पोते सुमित ने पूछताछ में पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया, जिससे यह साफ हो गया कि अपराधियों ने कितनी साजिश और तैयारी के साथ इस वारदात को अंजाम दिया. मृतक के पोते सुमित ने बताया कि उसने पिछले दरवाजे के ताले की डुप्लीकेट चाबी बनायी थी. सहयोगी अमन एक महीने से छुट्टी पर था और योजना की तैयारी कर रहा था. सुनीत भी 24 नवंबर से छुट्टी ले लिया था. क्या हुआ था घटना की रात एक दिसंबर की रात सुमित और अमन साहिबगंज पहुंचे. घर के पिछले दरवाजे से अंदर घुसे और दो घंटे तक छिपे रहे. . इधर विश्वनाथ गुप्ता जैसे ही परिजनों से बातचीत कर खाना-पीना खाकर सोने चले गये. दोनों ने हमला कर दिया. पिस्टल और मुक्के से वारकर उन्हें घायल किया. मुंह पर पट्टी बांधी और हाथ-पैर बांध दिये. ज्यादा टेप बांधने से उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. लूटपाट कर ले गये दस्तावेज, 1.24 लाख नकद व सोने के झुमके कमरे से बैंक खाता, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, मोबाइल, 1 लाख 24 हजार नकद, सोने के झुमके और अन्य कागजात ले गये. सारा सामान लेने के बाद अमन व सुमित दोनों सबसे पहले रेलवे स्टेशन पहुंचे. वहां जाकर देखा कि उनकी ट्रेन 3 बजे है. उनके पास हथियार थे और पकड़े जाने के डर से दोबारा स्टेशन से माल गोदाम गये, जहां एक गड्ढा खोदकर पिस्टल छुपा दी और फिर उक्त ट्रेन पर सवार हो गये. यहां से भागलपुर से एक स्टेशन पहले सबौर में उतरने के बाद सुमित घटनास्थल से चोरी किये गये सारे कागजात व बैंक का खाता लेकर सीधे दुमका के जरमुंडी पहुंचा. उसने सोहित राउत को कागजात देते हुए पैसे की निकासी की बात बोला. लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाया. पुलिस ने दिखायी सक्रियता, खाते पर तुरंत लगाया होल्ड इधर, हत्या की सूचना पर घटनास्थल पहुंचे पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो कमरे से बैंक के सारे कागजात गायब मिले. शंका होने पर नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता ने मृतक के सभी खातों को तुरंत होल्ड पर लगाया. मृतक के खाते में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये थे, जिन्हें आरोपी निकालने का प्रयास कर रहे थे. एसपी के निर्देश पर की गई कार्रवाई से परिवार की संपत्ति सुरक्षित रही. हत्या में दो पुलिस के जवान व एक साइबर अपराधी था शामिल साहिबगंज. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी ने खुलासा किया है कि हत्या व लूट को अंजाम देने के लिए सुमित कुमार खुद आईआरबी गोड्डा मुख्यालय मे प्रतिनियुक्ति हुआ था. वर्तमान में उसकी पोस्टिंग लातेहार जिला के चंदवा थाना के अंतर्गत बोदा पिकेट में थी. उसने अपने सहयोगी जो वर्तमान में गोड्डा मुख्यालय में पदस्थापित था. उससे इस मामले में बात की. दोनों मिलकर हत्या की योजना बनायी और इसको सफलतापूर्वक अंजाम देने एवं बैंक से पैसे सफलतापूर्वक निकालने के लिए दुमका के एक साइबर अपराधी से मुलाकात की. साइबर अपराधी सोहित राउत को तैयार किया गया. उसे बताया कि डेढ़ करोड़ रुपये खाता से ट्रांसफर करना है. इसकी एवज में 20% कमीशन दिया जायेगा. कमीशन के लालच में राउत तैयार हो गया और सभी लोगों ने प्लानिंग सेट कर ली. ये सामान किये गये बरामद/जब्त साहिबगंज. अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने घटनास्थल में प्रतियुक्त एक पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, लूटे हुए दो मोबाइल फोन, नकद 1.24 लाख रुपये, सोने की दो अंगूठियां, सोने की एक चेन व एक मंगलसूत्र, मृतक का पासबुक, डेबिट कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, साइबर अपराधी के पांच व दोनों हत्या अभियुक्तों के दो मोबाइल फोन बरामद व जब्त किये हैं. छापेमारी दल में ये थे शामिल साहिबगंज. छापामारी में मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार कुशवाहा, राजमहल एसडीपीओ विमलेश कुमार त्रिपाठी, सदर एसडीपीओ किशोर तिर्की, बरहरवा एसडीपीओ नितिन खंडेलवाल, डीएसपी रूपक कुमार, नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, गंगा नदी थाना प्रभारी लव कुमार, जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी शशि सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी अनिश कुमार पांडे , एसआई प्रकाश रंजन, एसआई आफताब अंसारी, एसआइ मुरली मनोहर सिंह व नगर थाना के सशस्त्र बल शामिल थे. ———————————————- घटना का फ्लैशबैक विश्वनाथ पर नींद में ही हुआ हमला, मुंह पर पट्टी और हाथ-पैर बांधने से मौके पर ही दम तोड़ बैठे कमरे से लूटे बैंक दस्तावेज, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और नकद राशि 1.24 लाख रुपये नकद और सोने के झुमके भी ले गये आरोपी रेलवे स्टेशन पहुंचे आरोपी, पकड़े जाने के डर से माल गोदाम में छुपाया हथियार ट्रेन से भागलपुर निकले, सबौर स्टेशन पर उतरकर दुमका पहुंचे चोरी किए गए दस्तावेज साइबर अपराधी को सौंपे, निकासी की कोशिश नाकाम पुलिस की सक्रियता से बची परिवार की डेढ़ करोड़ की संपत्ति नगर थाना प्रभारी ने खातों पर तुरंत लगाया होल्ड, आरोपी असफल रहे. हत्या में शामिल थे दो पुलिसकर्मी और एक साइबर अपराधी आईआरबी गोड्डा में प्रतिनियुक्त सुमित ने रची थी पूरी साजिश सहयोगी अमन छुट्टी पर रहकर कर रहा था हत्या की तैयारी साइबर अपराधी को दिया गया था 20% कमीशन का लालच
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