साहिबगंज. साहिबगंज सदर अस्पताल के मुख्य गेट के निकट दो करोड़ 73 लाख की लागत से बना जी-थ्री जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र बनकर तैयार है. तीन मंजिला भवन में बच्चों के लिए मल्टीप्ले स्टेशन और डबल आर्च स्विंग का निर्माण किया गया है. 15 कमरों वाले इस भवन में जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (डीइआइसी) एक ऐसा केंद्र है जो 6 वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों से उबरने में मदद करता है, खासकर विकलांगता के कारण होने वाली चुनौतियों से. यह केंद्र मूल्यांकन, उपचार, परामर्श और विशेष शिक्षा प्रदान करता है, ताकि बच्चों के विकास में देरी या विकारों को दूर किया जा सके. भवन निर्माण निगम लिमिटेड, रांची द्वारा निर्मित इस केंद्र में बच्चों के खेलने के लिए खिलौने और झूले भी लगाए गए हैं. लिफ्ट की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है. निर्माण कार्य के शुभम तिवारी ने बताया कि भवन निर्धारित समय पर बनकर तैयार हो गया है और तीन दिन के भीतर हैंडओवर कर दिया जाएगा. इसके बाद बच्चों का इलाज स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुरू किया जाएगा. सीएस ने किया निरीक्षण: सीएस डॉ. प्रवीण कुमार संथालिया ने शनिवार को शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि दो कमरों में दरवाजे पूर्ण रूप से नहीं लगे हैं और दरवाजों पर वार्ड का नाम नहीं लिखा गया है. उन्होंने दो दिन के भीतर इन खामियों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. इसके बाद केंद्र का हैंडओवर किया जाएगा. आरबीएसके के पांच चिकित्सक करेंगे इलाज: शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र में पांच चिकित्सक बच्चों का इलाज करेंगे. सीएस ने बताया कि आरबीएसके के तहत होम्योपैथ और आयुर्वेद पद्धति से भी इस केंद्र में इलाज किया जाएगा. यदि होंठ कटे या अत्यधिक कुपोषण के शिकार बच्चे आते हैं तो उन्हें यहां से रेफर कर उचित इलाज कराया जायेगा.
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