साहिबगंज/राजमहल : भाजपा और सहयोगी दलों की सरकार ने देश के 15-20 उद्योगपतियों के हित में काम कर रही है. देश के गरीब मजदूर व किसान वर्ग की चिंता इन्हें नहीं है. उक्त बातें गुरुवार को राजमहल के मटियाल स्थित चरवाहा मैदान में आयोजित विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कही.
उन्होंने जनसभा के दौरान भारतीय जनता पार्टी और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में तेजी से महंगाई बढ़ रही है. गरीब किसान मजदूर युवा सभी वर्ग महंगाई से त्रस्त है. लेकिन शायद यह बात प्रधानमंत्री को मालूम नहीं. वे दूसरी दुनिया में रहते हैं. आज अडानी, अंबानी जैसे 15-20 बड़े उद्योगपति खुश हैं.
श्री गांधी ने कहा कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई लड़ने के नाम पर गरीब मजदूर एवं किसानों को बैंक की कतारों में खड़ा कर दिया और उन्हीं गरीबों का पैसा छीनकर उद्योगपति में बांट दिया. जबकि नोटबंदी के दौरान कोई उद्योगपति लाइन में खड़ा नहीं हुआ. मोदी ने काला धन को सफेद करने का मौका उन्हीं कारपोरेट घराने के लोगों को दिया. इसके बाद जीएसटी बिल लाकर देश की अर्थव्यवस्था को नाजुक बना दिया.
राहुल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में भूमि अधिग्रहण बिल लाकर गरीब किसानों को मजबूत करने का काम हुआ. जब यह सदन में गया तो इन्हीं लोगों ने विरोध किया. कुछ ही दिन पहले छत्तीसगढ़ में टाटा कंपनी से जमीन लेकर किसानों को दिया गया. छत्तीसगढ़ में धान की मूल्य 25 सौ है, जबकि झारखंड में किसानों को महज 12 सौ रुपये ही मिलते हैं. यदि छत्तीसगढ़ में किसानों की रक्षा होती है तो झारखंड में क्यों नहीं हो रही. क्योंकि बीजेपी और सहयोगी सरकार में गरीब किसानों से जमीन छीनने का काम हो रहा है.
छत्तीसगढ़ राजस्थान और मध्य प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनी तो किसानों का कर्ज माफ हुआ. उसी तरह यदि झारखंड में गठबंधन की सरकार बनती है तो निश्चित तौर पर किसानों का कर्ज पहले माफ किया जायेगा. श्री गांधी ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि मैं दो कड़ोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात नहीं करूंगा. क्योंकि मुझे इनकी तरह झूठ बोलना नहीं आता. मैं यह गारंटी देता हूं कि यदि गठबंधन की सरकार बनती है तो झारखंड में किसानों का कर्ज माफ होगा.
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी देश में पिछले 45 सालों में सबसे अधिक बढ़ी है. अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है. उन्होंने विश्वास दिलाया केवल 15 मिनट में इसे सुदृढ़ किया जा सकता है. एक बार फिर से उद्योगपतियों को पैसा देना बंद करें और बेरोजगार गरीब एवं किसानों में यह पैसा दिया जाए तो अर्थव्यवस्था फिर से सुदृढ़ हो सकता है. राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी लोगों में डर चाहते हैं. इसलिए जाति धर्म और अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग बात कह कर आपस में लड़ाने का काम कर रहा हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की बात करते हैं. लेकिन झारखंड के सीएम के साथ खड़े हैं जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी स्वयं भ्रष्टाचार का एक चिह्न हैं. इन्हीं 15-20 लोगों में धन लूटा रहे हैं .झारखंड गरीब नहीं है. लेकिन यहां की जनता, यहां के युवा, यहां के गरीब, यहां के किसानों के साथ न्याय नहीं हो रहा. इसलिए उद्योगपतियों की सरकार हटायें और गरीबों की सरकार बनायें. उन्होंने गठबंधन प्रत्याशी मो केताबुद्दीन को जीताने की अपील की.
वहीं, झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि यह चुनाव चुनौतीपूर्ण है. झारखंड के लिए महत्वपूर्ण चुनाव है और विचित्र भी. विचित्र इसलिए क्योंकि भाजपा और आजसू की सरकार सुबे में चल रही है. बिहार में जदयू और लोजपा के साथ भाजपा है. लेकिन झारखंड के विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दल अलग-अलग होकर चुनाव लड़ रहे हैं. जो विचित्र स्थिति को दर्शाता है. इसे समझने की जरूरत है.
भाजपा राजनीतिक दल नहीं बल्कि राजनीतिक गिरोह के रूप में चुनाव लड़ने आयी है. यदि गठबंधन को छोड़कर किसी दल को वोट गया तो भाजपा को लाभ मिलेगा. मौके पर मध्य प्रदेश कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार, प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, राजमहल सांसद विजय हांसदा, झामुमो प्रत्याशी केताबुद्दीन शेख, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुकूलचन्द्र मिश्रा सहित अन्य मौजूद थे. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के राजमहल आगमन पर हैलीपैड पर भव्य स्वागत गठबंधन के नेताओं ने कि. वहीं, मंच पर 51 किलो का माला पहनाकर स्वागत किया गया.