पिपरवार. आदिवासी समुदाय द्वारा कारो में शनिवार को विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. इस अवसर पर आदिवासी समाज द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में तीर धनुष के साथ एक जुलूस निकाला गया. जुलूस सरना स्थल से प्रारंभ हो कर कल्याणपुर विजैन पुनर्वास केंद्र पहुंचा. फिर जुलूस वापस सरना स्थल पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया. सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने आज ही के दिन 1994 में विश्व आदिवासी दिवस की घोषणा की थी. जिससे पर्यावरण सरंक्षण, परंपराओं को संवैधानिक व सामाजिक मान्यता मिल सके. लेकिन विकास के नाम पर उनसे जल, जंगल व जमीन छीने जा रहे हैं. वक्ताओं ने एकजुट हो कर आदिवासी संस्कृति व अधिकारों के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया. सभा को रमेश मुंडा, विकास महतो, अंगद महतो, डीएन महतो आदि ने संबोधित किया. समारोह की अध्यक्षता सोनी कुमारी व संचालन प्रेम सुंदर लकड़ा ने किया. मौके पर बालेश्वर उरांव, जोधन महतो, सलेंद्र उरांव, भोला उरांव, बलदेव उरांव, मानेज गंझू, फूलचंद उरांव, अजय गंझू, रानी कुमारी, रामपति दीदी सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

