प्रतिनिधि, खलारी.
सीसीएल एनके एरिया के पुरनाडीह परियोजना के कामगार रविवार को संडे ड्यूटी व पीएचडी में कटौती के विरोध में सामूहिक अवकाश पर रहे. कामगारों के अवकाश पर चले जाने के कारण परियोजना का काम पूरी तरह प्रभावित रहा. सुबह प्रथम पाली से ही कामगार परियोजना कार्यालय के बाहर जमा हुए. जिन कामगारों को संडे ड्यूटी दी गयी थी, वे भी ड्यूटी त्यागकर सामूहिक अवकाश में शामिल हो गये. कामगारों ने एकजुटता का परिचय देते हुए “मजदूर एकता जिंदाबाद” और “इंकलाब जिंदाबाद” के नारे लगाये. इस दौरान सुबह करीब 7ः30 बजे परियोजना पदाधिकारी पहुंचे और कामगारों से सवाल-जवाब करने लगे. पदाधिकारी द्वारा नाम पूछे जाने पर सभी मजदूर क्रोधित हो गये और एक स्वर में कहा कि यह आंदोलन किसी के बहकावे में नहीं, बल्कि संडे एवं पीएचडी की वैध मांग को लेकर है. कामगारों ने साफ कहा कि जब तक सभी मजदूरों को संडे और पीएचडी नहीं मिलेगा, तब तक वे प्रत्येक रविवार को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे. साथ ही चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया तो पूरा एनके एरिया बंद करने पर विवश होंगे. कामगारों ने यह भी याद दिलाया कि वर्ष 2017-18 में केडीएच, डकरा और रोहिणी परियोजना के लिए पुरनाडीह के मजदूरों ने आंदोलन कर संडे एवं पीएचडी की सुविधा दिलायी थी. आज के सामूहिक अवकाश में करीब 300 महिला और पुरुष कामगार शामिल हुए. सामूहिक अवकाश में बहुरा मुंडा, महेंद्र उरांव, बालेश्वर उरांव, गणेश गंझू, अनूप रजक, इब्राहिम, रोहित गंझू, सुरेश गंझू, रंजीत गंझू, बंधन गंझू, चमन तुलसी, फूलदेव, शंकर, अखिलेश, शशि, सुरेश अकल, राजू, सनी, रविंदर, संजय, साइनाथ, विश्राम टाना भगत, राम प्रसाद गंझू, बबलू राम, राजेंद्र भुइयां, हरदेव सिंह, विनय उरांव, अख्तर जैनुल, विश्राम बाजे उरांव, नंदलाल शंकर, जागेश्वर, ब्रजेश, शिवम, कोशीला देवी, रातों, इतवारिया उरांव, शांति उरांव, जसोदा देवी, रेखा देवी, हीरामणि देवी, रेखा खलखो, ललिता भगत, उषा देवी, सरिता देवी, जसमणी उरांव, सीतामणी उरांव, किरण कुमारी आदि शामिल थे.पुरनाडीह परियोजना के कामगारों ने संडे ड्यूटी व पीएचडी कटौती का किया विरोध
14 खलारी 01 :- सामूहिक अवकाश में शामिल परियोजना कामगार.
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