मांडर.
प्रखंड के केसकानी कुम्बाटोली में शनिवार को जेठ जतरा का आयोजन किया गया. जतरा में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा व झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा के संयोजक सह आजसू के पूर्व अध्यक्ष विमल कच्छप बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. श्री लकड़ा व विमल कच्छप ने कहा कि जतरा आदिवासियों की परंपरा व संस्कृति की पहचान है. यह मनोरंजन का एक साधन के साथ अपनी परंपरा व संस्कृति को जीवंत रखने का एक वृहद माध्यम भी है. उन्होंने जतरा के माध्यम से अपनी एकता व अखंडता को बरकरार रखने की बात कही. जतरा में शामिल लोग देर शाम तक मांदर व नगाड़े की थाप पर झूमते रहे. मौके पर बरगड़ी के मुखिया लक्ष्मण भगत, मुड़मा मुखिया बंधन उराव, माली उरांव, बुद्धदेव कुजूर, हीरा उरांव, संदीप उरांव, रोहित कच्छप, जगराम उरांव, गोमया उरांव, जरगा उरांव, संतोष उरांव, मुटरू भगत, अशोक उरांव, अजय उरांव, अनुज कुजूर व ग्रामीण उपस्थित थे.मांदर व नगाड़े की थाप पर झूमे लोगमांडर 3, जतरा काडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है