रांची. भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अपर सचिव टीके अनिल कुमार ने दो दिनों तक झारखंड के कई जिलों का दौरा किया. श्री कुमार ने जेएसएलपीएस के राज्य कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली. बैठक के दौरान उन्होंने विशेष रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्रॉस लर्निंग के प्रयोग का जोर दिया. उन्होंने कहा कि इन तकनीकों को अपनाकर हम ग्रामीण समुदाय को अधिक सशक्त बना सकते हैं. यह एक दीर्घकालिक व सतत विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा.
गतिविधियों का अवलोकन किया
इस दौरान उन्होंने राज्य में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित गतिविधियों का अवलोकन किया. खूंटी जिला के तोरपा प्रखंड अंतर्गत तपकरा में संचालित संकुल संगठन प्राइवेट लिमिटेड का दौरा किया. गठजोर गांव में आजीविका संसाधन केंद्र का भी निरीक्षण किया. यहां स्ट्रॉबेरी, अनानास, केला, ड्रैगन फ्रूट की खेती के साथ मुर्गीपालन, अंडा उत्पादन एवं बतख पालन की गतिविधियां देखी. उन्होंने पलाश ब्रांड के अंतर्गत ””आदिवा”” द्वारा निर्मित पारंपरिक आभूषणों के स्टॉलों का अवलोकन किया. आजीविका पशु सखी, बागवानी सखी एवं आजीविका कृषक सखी जैसे विभिन्न कैडरों से मुलाकात की.
प्रोसेसिंग सेंटर का दौरा किया
अपर सचिव ने राजधानी में जेएसएलपीएस द्वारा संचालित पलाश उत्तम एग्रो प्रोसेसिंग सेंटर का दौरा किया. प्रोसेसिंग इंचार्ज रूणा दीदी ने दाल, बेसन और मसालों की प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग प्रक्रिया बतायी. सेंटर इंचार्ज जया दीदी ने कच्चे माल की खरीद से लेकर विक्रय तक की पूरी प्रक्रिया बतायी. इस अवसर पर झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के सचिव के श्रीनिवासन, जेएसएलपीएस की सीइओ कंचन सिंह आदि उपस्थित रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है