रांची. विवि के सेवानिवृत्त शिक्षकों ने कहा है कि समस्याओं को दूर करने का सिर्फ आश्वासन दिया जाता है. इससे सेवानिवृत्त शिक्षकों में रोष है. शनिवार को फेडरेशन ऑफ रिटायर्ड यूनिवर्सिटी व कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के बैनर तले सेवानिवृत्त शिक्षकों की बैठक रांची विवि महासंघ कार्यालय में डॉ ओंकारनाथ श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान समस्याओं को दूर करने के लिए राज्यपाल सह कुलाधिपति से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया गया. बैठक में शिक्षकों ने कहा कि जुलाई 2024 से दिसंबर 2024 तक महंगाई भत्ते की अंतर राशि का भुगतान अब तक नहीं हुआ है. जनवरी 2025 से बढ़े हुए महंगाई भत्ते का भुगतान रुका हुआ है. 80 वर्ष आयु पूरा करनेवाले शिक्षकों का पेंशन सुधार (20 प्रतिशत) नहीं हुआ है. इस दौरान सातवें वेतनमान में तिथि परिवर्तन कर भुगतान करने, पांचवें वेतनमान में सुधार, जेपीएससी से प्रोन्नति के बाद वेतन निर्धारण व बकाया भुगतान करने, अल्पसंख्यक कॉलेजों के सेवानिवृत्त शिक्षकों का नियमित पेंशन भुगतान, ग्रेच्युटी का भुगतान करने, डॉ विमला कुमारी की पेंशन को दुरुस्त करने, डॉ शंभुनाथ पाल को प्रोन्नति व लाभ का भुगतान व जनवरी 1996 से वार्षिक वेतन वृद्धि देने की मांग की. बैठक में महासचिव डॉ हरिओम पांडेय, डॉ राम एकबाल तिवारी, डॉ एसके झा, डॉ ज्योति उरांव, डॉ वासुदेव सिंह, डॉ सरस्वती मिश्रा, डॉ कमला गुप्ता, डॉ एसएन पाल, डॉ एसके पाल, डॉ उषा रानी गुप्ता, डॉ बीपी सिन्हा, डॉ हरमिंदर सिंह, डॉ मदन चौबे, डॉ बीएन त्रिपाठी, डॉ अमल चौबे, डॉ प्रदीप कुमार सिन्हा आदि उपस्थित थे.
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