रांची.
नौ जुलाई को होनेवाली देशव्यापी मजदूर हड़ताल को लेकर मंगलवार को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और इसके स्वतंत्र फेडरेशनों ने रैली निकली. संयुक्त मंच के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री के नाम रांची उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा. इसके माध्यम से चारों श्रम संहिताओं को रद्द करने, श्रमिकों की 17 सूत्रीय मांगों को मानने और भारतीय श्रम सम्मेलन शीघ्र बुलाने की मांग की गयी. वहीं, रांची में सैनिक बाजार से कचहरी चौक होते हुए अलबर्ट एक्का चौक तक रैली निकाली गयी. इसमें बड़ी संख्या में मजदूर व कर्मचारी शामिल हुए. यहां आयोजित जनसभा को विभिन्न ट्रेड यूनियन के नेताओं ने संबोधित किया. रैली में इंटक, एटक, सीटू, एक्टू, एचएमएस, एआइयूटीयूसी, टीयूसीसी, यूटीयूसी आदि के नेता शामिल हुए. इस दौरान हड़ताल को सफल बनाने को संकल्प लिया गया. मौके पर एटक के अशोक यादव, एक्टू के शुभेंदू सेन, सीटू के अनिर्वान बोस और प्रतीक मिश्र आदि थे.चेंबर का प्रतिनिधिमंडल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सचिव से मिला
रांची. झारखंड चेंबर का एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सचिव राजीव लोचन बक्शी से मिला. सदस्यों ने उन्हें क्रशर व्यवसायियों की समस्याओं से अवगत कराया. इस दौरान क्रशर खदानों में पीएम-10 विश्लेषक स्थापित करने की अनिवार्यता पर चर्चा की गयी. वहीं, सदस्यों ने कहा कि हर छह माह में अनिवार्य प्रयोगशाला परीक्षण रिपोर्ट मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं से बनवाना तर्कसंगत नहीं है. बताया गया. इससे छूट देने का अनुरोध किया गया. सचिव ने मामले में नियम संगत कार्रवाई का आश्वासन दिया. बैठक में पॉल्यूशन उप समिति के चेयरमैन मुकेश कुमार, माइंस एंड मिनरल उप समिति चेयरमैन नितेश शारदा, पर्यावरण उप समिति के चेयरमैन डॉ अनल सिन्हा व चंदन सिन्हा उपस्थित थे.
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