रांची.
विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर शनिवार को सदर अस्पताल सभागार में इसके उपयोग के हानिकारक प्रभाव पर जागरूकता कार्यक्रम सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक अबु इमरान ने कहा कि देश में हर वर्ष करीब 3500 लोगों की मौत तंबाकू के सेवन से होती है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में लगभग 27 प्रतिशत वयस्क आबादी किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करती है. इससे गंभीर बीमारी होने की संभावना रहती है, जो अत्यंत चिंता का विषय है. आज सबसे ज्यादा युवा वर्ग तंबाकू सेवन की चपेट में आ रहा है. युवाओं में ई-सीगरेट, हुक्का, वेपिंग आदि का प्रचलन बढ़ गया है. नशा मुक्त समाज के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. उन्होंने सदर अस्पताल परिसर से एंबुलेंस के साथ ही एक दर्जन जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. जागरूकता रथ अगले एक महीने तक रांची जिले के शहरी क्षेत्रों और प्रखंड में अभियान चलायेगा.नशे की लत छोड़ने के लिए किया प्राेत्साहित
कार्यशाला में तंबाकू से होने वाली गंभीर बीमारी जैसे कैंसर, फेफड़ा, हृदय रोग एवं स्ट्रोक के बारे में जागरूक किया गया और लोगों को नशे की लत छोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया. कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार, उपाधीक्षक डॉ बिमलेश सिंह, एनसीबी के जोनल डायरेक्टर राणा प्रताप यादव, सीआइपी से डॉ संजय मुंडा, एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉ ब्रजेश कुमार, राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ लाल मांझी, डॉ बिरेंद्र प्रसाद, डॉ पंकज कुमार, डॉ सीमा गुप्ता आदि शामिल हुए. कार्यशाला में जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रवीन कुमार, कंसल्टेंट सुशांत कुमार, एनएसएस के छात्र-छात्राएं, विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं, एएनएम स्कूल के छात्र-छात्राएं समेत स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

