प्रतिनिधि, सिल्ली
मुरी-गोला सड़क के फोर लेन निर्माण के काम के दौरान ठेकेदार की लापरवाही से जलापूर्ति योजना प्रभावित हो गयी है. निर्माण के दौरान तिरला और उड़नगढ़ा पुल के समीप पानी की सप्लाइ पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी है. लोगों के लिए पीने का पानी लगभग महीने भर से बर्बाद हो रहा है, लेकिन इसे अभी तक कंपनी ने मरम्मत नहीं करवायी है. यह स्थिति करीब महीने भर से है. इस संबंध में पीएचइडी के जेइ जीतवाहन मुंडा ने बताया कि पाइप क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी का प्रेशर कम हो गया है. सड़क निर्माण कंपनी को पाइप की मरम्मत किये जाने का निर्देश दिया जा चुका है. मालूम हो कि मुरी-गोला सड़क फोर लेन करने का काम प्रेसीडेंसी इंफ्राकोन नामक एजेंसी करवा रही है. इस काम के लिए कंपनी ने मुरी-गोला सड़क पर रामपुर के समीप एक प्लांट भी लगाया है. सड़कों के दोनों ओर पेड़ काटने और मिट्टी भरने का भी काम चल रहा है.वैकल्पिक व्यवस्था किये बिना पाइप नहीं हटेगा : जेइ
सिल्ली पीएचइडी विभाग के जेइ जीतवाहन मुंडा ने कहा है कि गोला-मुरी सड़क के निर्माण के दौरान हलमाद जलापूर्ति योजना, सिल्ली जलापूर्ति योजना और मुरी जलापूर्ति योजना तीनों योजनाओं में राइजिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के करीब 18 किमी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने का अनुमान है. इसमें हलमाद के आठ और मुरी- सिल्ली मिलाकर 10 किमी पाइप लाइन शामिल है. सरकारी दर के हिसाब से इन सब पाइप की कीमत कंपनी की ओर से पीएचइडी विभाग को भुगतान करना होगा. इसके बाद विभाग की ओर से वैकल्पिक रूट से जलापूर्ति की व्यवस्था की जायेगी. उसके बाद ही सड़क निर्माण कंपनी पाइप हटा सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है