रांची. सरना स्थल के सामने से रैंप हटाने की मांग को लेकर लड़ाई जारी रहेगी. सरकार ने जो समय लिया है, उस समय सीमा के अंदर रैंप को नहीं हटाये जाने पर सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा. यह बातें सरना प्रार्थना सभा रांची महानगर ने प्रेस वार्ता में कही. सभा ने साफ किया कि दूसरे संगठनों द्वारा 17 मार्च को मुख्यमंत्री का पुतला दहन, 80 विधायकों की शवयात्रा, 20 मार्च को मशाल जुलूस व 22 मार्च को जो रांची बंद का आह्वान किया गया है, वह राजनीति से प्रेरित प्रतीत होता है. इसलिए इन तीनों कार्यक्रमों में सरना प्रार्थना सभा रांची महानगर शामिल नहीं होगा. सभा की ओर से कहा गया कि राजधानी रांची के बीचों बीच सिरमटोली चौक के पास स्थित आदिवासियों के धार्मिक स्थल को लोग केंद्रीय सरना स्थल के रूप में जानते हैं, लेकिन सिरमटोली-मेकन फ्लाइओवर के कारण इसकी पहचान खतरे में आ पड़ी है. प्रेस वार्ता में सभा के अध्यक्ष संजय कुजूर, सोनू खलखो, आकाश बेक, पंकज भगत, भीम तिर्की, रवि खलखो, बसंत उरांव आदि मौजूद थे.
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