रांची. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि स्वर्णिम भारत एक्सपो में युवाओं की सक्रिय भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि भारत आत्मनिर्भर, सक्षम और नवाचार-प्रधान बनने की दिशा में अग्रसर है. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन भावी पीढ़ी को नये विचारों, तकनीकी नवाचार और उद्यमिता की ओर प्रेरित करते हैं. वे शुक्रवार को सरला बिरला विश्वविद्यालय में चल रहे स्वर्णिम भारत एक्सपो 2025 के दूसरे दिन के कार्यक्रम में बोल रही थीं. उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न संस्थान, उद्योग और स्टार्टअप एक मंच पर आकर विकसित भारत 2047 की परिकल्पना को साकार करने के लिए कार्य कर रहे हैं. यह एक सकारात्मक संकेत है. झारखंड भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रवींद्र कुमार राय ने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार के संकल्प और विचारों के साथ कदमताल करना आवश्यक है. उन्होंने युवाओं की भूमिका को निर्णायक बताया. स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जब उन्होंने शिकागो में भारतीय चिंतन, संस्कृति, जीवन मूल्यों और दर्शन का डंका बजाया, तब दुनिया ने भारत का लोहा माना. उन्होंने शंकराचार्य और अब्दुल कलाम आजाद के विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम जैसे अपराधों से भारत का लक्ष्य पूरा नहीं होगा. इसके लिए युवाओं को अपने इतिहास को जानकर देश के भविष्य के प्रति जागरूक होना होगा. राज्यसभा सांसद डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए परिचित फाउंडेशन के तरुण जैन की भूमिका की सराहना की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2047 तक स्वर्णिम भारत का जो सपना दिखाया गया है, उसे साकार करने के लिए पूरा राष्ट्र कृतसंकल्प है. राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के प्रयासों की चर्चा करते हुए युवाओं को राष्ट्र पुनर्निर्माण की बागडोर संभालने का आह्वान किया. उन्होंने भारत की गौरवशाली परंपरा को याद करते हुए कहा कि आज देश स्वर्णिम परिवर्तन के युग में है. इस अवसर पर परिसर में प्रदर्शनी भी लगायी गयी. कार्यक्रम में महानिदेशक प्रो गोपाल पाठक, कुलपति प्रो सी जगनाथन और सरला बिरला पब्लिक स्कूल की प्राचार्या मनीषा शर्मा सहित कई गणमान्य उपस्थित थे.
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