रांची. एचइसी में आउटसोर्सिंग एजेंसी का विरोध कर रहे सप्लाई कर्मियों का आंदोलन गुरुवार को 38वें दिन भी जारी रहा. आंदोलन के क्रम में पहली बार सप्लाई कर्मियों ने एचइसी के निदेशकों के आवासों का घेराव किया. इस दौरान न तो कोई आवास के अंदर और न ही बाहर निकला. सप्लाई कर्मी अपने साथ मांदर, ढोल, तीर-घनुष व बांस के डंडे लेकर पहुंचे थे. इससे पहले सप्लाई कर्मियों ने सुबह एचइसी मुख्यालय के समक्ष प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया, जो दोपहर 1:15 बजे तक चला.
दोपहर बाद घेराव के लिए निकले सप्लाई कर्मी
दोपहर बाद सभी सप्लाई कर्मी मोटरसाइकिल और ऑटो से जुलूस के रूप में निदेशक उत्पादन व निदेशक कार्मिक के आवास पहुंचे. यहां सप्लाई कर्मियों ने प्रदर्शन और सभा की. सभा को संबोधित करते हुए शारदा देवी ने कहा- एचइसी प्रबंधन सप्लाई कर्मियों की सुविधा काट कर आउटसोर्सिंग कंपनी के अधीन करना चाहती है. एचइसी में महिलाओं के ऊपर काफी अत्याचार हो रहा है. काम कराने के बावजूद प्रबंधन वेतन भुगतान नहीं कर रहा है. दिलीप सिंह ने कहा- जो कर्मचारी 25 वर्षों से काम कर रहे हैं, उन्हें निदेशकों ने सड़क का भिखारी बना दिया. सप्लाई कर्मियों की एकमात्र मांग है कि प्रबंधन पुरानी व्यवस्था लागू करे, लेकिन प्रबंधन हठधर्मिता पर उतारू है. कुछ यूनियन आंदोलन को कमजोर करना चाहती हैं और मजदूरों पर ड्यूटी पर जाने का दबाव बनाती हैं. लेकिन, ये यूनियनें कभी भी हमारी मांगों को न तो जायज कहती हैं और प्रबंधन इन मांगों को मानने के लिए प्रबंधन पर दबाव बनाती हैं. सभी सप्लाई कर्मी गोलबंद हैं और आगे आंदोलन और तेज होगा. किसी भी निदेशक को प्लांट के अंदर प्रवेश करने नहीं दिया जायेगा. घेराव कार्यक्रम दोपहर 1:30 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक चला. सभा को रंथू लोहरा, उवैश आजाद, सुनील कुमार, प्रमोद कुमार, मोइन अंसारी, मनोज पाठक, वाइ त्रिपाठी, प्रेम प्रकाश नाथ शाहदेव ने संबोधित किया.
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