रांची. झारखंड में पंचायत स्तर पर आयुष्मान आरोग्य मंदिर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जरूरी जांच व इलाज की सुविधा होगी. इसके लिए सभी आवश्यक उपकरण खरीदे जायेंगे. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने सभी सिविल सर्जन से उन अस्पतालों की सूची मांगी है, जहां उपकरणों की कमी है. उपकरणों की खरीद राज्य स्वास्थ्य विभाग और केंद्र सरकार से मिलने वाली 15वें वित्त आयोग की राशि से की जायेगी. यह राशि ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में खर्च होगी. इस अनुदान का उपयोग उपकरणों की खरीद, स्वास्थ्य कर्मियों के प्रशिक्षण और स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण में किया जायेगा. आयोग की सिफारिशों के अनुसार ग्रामीण व शहरी अस्पतालों पर खर्च के लिए 6,017 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इसका बड़ा हिस्सा झारखंड के निचले स्तर के अस्पतालों को सुदृढ़ करने में खर्च होगा. स्थानीय स्तर पर उपकरणों की व्यवस्था से लोगों को घर के पास ही परामर्श, इलाज और जांच की सुविधा मिलेगी. छोटी समस्याओं के लिए बड़े अस्पतालों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे रिम्स और जिला अस्पतालों पर दबाव कम होगा.
14 प्रकार की जांच की सुविधा
इन अस्पतालों में मरीजों को परामर्श, इलाज और 14 प्रकार की जांच की सुविधा मिलेगी. शहरी क्षेत्रों में भी सुविधा बढ़ने से बड़े अस्पतालों में भीड़ घटेगी. छोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए मरीजों को मेडिकल कॉलेजों और अन्य उच्च संस्थानों में भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी. दवा, जांच, स्क्रीनिंग और टेली कंसल्टेशन की व्यवस्था सुनिश्चित होगी. रांची सदर अस्पताल को कई छोटे अस्पतालों से जोड़ा गया है.
इन उपकरणों की होगी खरीद
डिजिटल हीमोग्लोबीनोमीटर, ग्लूकोमीटर, बीपी जांच उपकरण, स्टेथोस्कोप, अल्कोहल थर्मोमीटर, टेस्ट ट्यूब, एचआइवी रैपिड टेस्ट किट, माइक्रोस्कोप, हेमोसाइटोमीटर, हेमेटोलॉजी एनालाइजर, यूरीन एनालाइजर, सेंट्रीफ्यूज, नीडल डिस्ट्रॉयर, ब्लड कलेक्शन ट्यूब, बारकोड रीडर, एयर कंडीशनर, वाशिंग मशीन सहित अन्य जरूरी उपकरण और एप्लायंसेज.
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