रांची (प्रमुख संवाददाता). केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने विकास योजनाओं के उदघाटन-शिलान्यास में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा पर नाराजगी जतायी है. इसे लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि रांची में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा हो रही है, जो बेहद गंभीर विषय है. उन्होंने सीएम से आग्रह किया है कि इस दिशा में झारखंड के सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने की कृपा करें, ताकि राज्य का कोई भी जनप्रतिनिधि योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर सके. कहा कि कांके प्रखंड के सुकुरहुट्टू के बरवाटांड़ में सरना टोली से रिंग रोड तक सड़क का निर्माण होना है. इस सड़क निर्माण की स्वीकृति उनकी अनुशंसा पर आरआरडीए द्वारा दी गयी है. क्षेत्र भ्रमण के दौरान उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों को इस सड़क के निर्माण कराने के लिए आश्वस्त किया था, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस सड़क का शिलान्यास उनकी अनुपस्थिति में कर दिया गया. शिलापट्ट में उनका नाम जरूर है. परंतु उसकी कोई सूचना उन्हें या उनके कार्यालय को नहीं दी गयी है. पूर्व में भी दिशा समिति की बैठकों में उन्होंने यह स्पष्ट निर्देश दिया था कि किसी भी योजना के उदघाटन-शिलान्यास में सभी जनप्रतिनिधियों को पूर्व सूचना दी जाये. बावजूद इसके इस विषय पर जिला प्रशासन सहित किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं है. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. लोकतंत्र विधायिका और कार्यपालिका के सहयोग से ही आगे बढ़ता है. निश्चित रूप से विकास के कार्य होते हैं, तो जनप्रतिनिधि भी उसका माध्यम बनते हैं. ऐसे में जनप्रतिनिधियों की यह उपेक्षा लोकतंत्र का अपमान है.
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