रांची. श्री जैन श्वेतांबर संघ के पर्युषण पर्व के तीसरे दिन जैन मंदिर डोरंडा और दिगंबर जैन भवन में प्रवचन व धर्म आराधना की गयी. तीसरे दिन को सामायिक दिवस के रूप में मनाया गया. श्री दिगंबर जैन भवन में उपासिका संतोष श्रीमाल व सीमा डूंगरवाल का प्रवचन हुआ. उपासिका संतोष श्रीमाल ने परमेष्ठी वंदना, त्रिपादी वंदना, जप ध्यान व स्वाध्याय करवाया व जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभ भगवान की जीवनी पर प्रकाश डाला. उपासिका सीमा डूंगरवाल ने सामायिक दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला. विशाल दस्सानी ने 23 उपवास, विकास नाहटा ने चार उपवास तथा रश्मि सिंघि, खुशबू दस्सानी व श्रेयांश बोथरा ने तीन उपवास किये. उनकी उपवास की तपस्या चल रही है. इस अवसर पर कमलेश संचेती व खुशबू दस्सानी ने तपस्वियों के लिए गीतिका प्रस्तुत की. प्रवचन में जानकी दास बोहरा, बसंत दस्सानी, मोहन लनाहटा, राकेश बच्छावत, जय प्रकाश बांठिया, सुमन बरमेचा के अलावा काफी संख्या में श्रावक व श्राविकाएं उपस्थित थीं. श्री जैन मंदिर डोरंडा में सुबह सात बजे नमीनाथ भगवान की प्रक्षाल व स्नात्र पूजा हुई. इसके बाद नौ बजे से मुंबई से पधारे स्वाध्यायी हर्षिल सुरेश साह व जिनांग धीरेन साह का प्रवचन हुआ. श्री नमीनाथ भगवान की अंगी (शृंगार) श्रुति सेठिया, कृतिका रामपुरिया, पूनम बोथरा, खुशी कोठारी, काव्य कोचर आदि द्वारा किया गया. शनिवार से कल्पसूत्र में निहित भगवान महावीर की वाणी का वाचन होगा. इस अवसर पर शांति लाल रामपुरिया, सुभाष बोथरा, अजय कोठरी, संजय कोठरी, बलबीर जैन, ज्योति रामपुरिया, संतोष बैंगानी सहित अन्य उपस्थित थे.
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