राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद के जमानतदार रहे राजू गोप के 8 साल के बेटे शौर्य गोप (Shourya Gope Kidnap-Murder Case) के हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मूल रूप से हजारीबाग के रहने वाले आरोपी संजू पांडा को पुलिस ने कोडरमा जिले के जयनगर से गिरफ्तार किया है. संजीव कुमार पंडा कभी राजू गोप का किरायेदार रहा था. बताया जाता है कि संजू ने फिरौती मांगने के इरादे से राजू के बेटे शौर्य का अपहरण किया था. लेकिन, बच्चा शोर मचाने लगा, तो संजू ने उसकी हत्या कर दी. रांची के एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गुरुवार को यह जानकारी दी.

3 फरवरी की शाम को हुआ था शौर्य गोप का अपहरण
राजू गोप राजधानी रांची के बरियातु थाना क्षेत्र स्थित एदलहातु के रामनगर में रहते हैं. 3 फरवरी की शाम को शौर्य का उस वक्त संजीव कुमार पंडा ने अपहरण कर लिया, जब वह घर से बिस्कुट लेने के लिए घर से निकला था. दुकान से बाहर आते ही संजीव ने आवाज देकर शौर्य को अपने पास बुलाया. उसे अपनी कार में बैठाकर वहां से फरार हो गया. कार में शौर्य गोप ने उसका विरोध किया और शोर मचाना शुरू कर दिया.
शौर्य की हत्या कर कोडरमा भागा संजू पांडा
शौर्य के शोर मचाने की वजह से संजीव कुमार पंडा घबरा गया और उस पर बेरहमी से कई वार किये. शौर्य अचेत हो गया. मोरहाबादी इलाके से निकलने के बाद संजू सीधे नगड़ी पहुंचा. उस वक्त शौर्य की सांसें चल रहीं थीं. यहीं उसने शौर्य गोप पर फिर से हमला किया और उसकी हत्या कर दी. शौर्य को मारने के बाद उसके शव को बोरे में डाला. बोरे में शव के साथ ईंट भी भर दिये. फिर बोरे को पानी में डुबोकर कोडरमा भाग गया.
राजू गोप के परिवार से घुल-मिल गया था संजू पांडा
बताया जाता है कि कोडरमा में संजीव कुमार पंडा की ससुराल है. एमबीए की पढ़ाई करने वाला संजू कोरोना काल में बेरोजगार हो गया. बेंगलुरु से रांची आया और राजू गोप के यहां किराये के मकान में रहने लगा. वह अपनी बहन और बहनोई के साथ यहां रहता था. राजू के पूरे परिवार से संजू घुल-मिल गया था. इसलिए उसके बुलाने पर शौर्य बड़ी आसानी से उसके पास चला गया था.
फिरौती के उद्देश्य से किया था शौर्य का अपहरण
राजू गोप का घर छोड़ने के बाद संजीव कुमार पंडा पुंदाग में किराये के एक मकान में रह रहा था. इसी दौरान गलत लोगों की संगत में पड़ गया और कर्ज में डूब गया. उसे 5 लाख रुपये की जरूरत थी. उसे लगा कि शौर्य का अपहरण कर राजू गोप से 5 लाख रुपये की फिरौती लेकर वह कर्ज से मुक्त हो सकता है. लेकिन, शौर्य के शोर मचाने से वह डर गया और उसकी हत्या कर दी. अब वह पुलिस की गिरफ्त में है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.