टीबी मरीजों को उषा मार्टिन ने पोषण किट मुहैया कराया
रांची. टीबी उन्मूलन में जनसहभागिता अहम है. समाज के सभी वर्गों और संस्थाओं को इसमें आगे आकर सहयोग करना होगा. हमारा लक्ष्य समाज से टीबी को पूरी तरह मिटाना होना चाहिए. यह बातें उषा मार्टिन के एचआर हेड एनएन झा ने मंगलवार को कही. वे उषा मार्टिन और शालिनी अस्पताल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित टीबी मरीजों के लिए पोषण वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे. कार्यक्रम में कारखाने के आसपास के गांवों के 50 टीबी मरीजों के बीच पोषण किट वितरित किया गया. कंपनी पिछले तीन सालों से आसपास के मरीजों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करा रही है. पोषण किट में दाल, चना, गुड़, मूंग, तेल, सोयाबीन बरी और अंडा शामिल हैं, जो अगले छह माह तक हर महीने की पहली सप्ताह में बांटे जायेंगे. उषा मार्टिन फाउंडेशन के हेड डाॅ मयंक मुरारी ने बताया कि कंपनी अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत सरकार के लोककल्याणकारी कार्यों में सहयोग कर रही है. कुपोषण दूर करने के लिए भी शालिनी अस्पताल के माध्यम से विशेष कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं.पोषण और दवा दोनों जरूरी :
डाॅ टीके मिश्रा ने कहा कि टीबी मरीजों के लिए दवा के साथ पोषण भी अनिवार्य है. छह महीने तक संतुलित आहार और नियमित इलाज से ही मरीज पूरी तरह टीबी मुक्त हो सकते हैं. मौके पर अमरेश कुमार, सुशांति तिर्की और नेहा भूषण ने भी विचार रखे. टीबी उन्मूलन में लगातार योगदान के लिए भारत सरकार के डिप्टी डायरेक्टर टीबी की ओर से उषा मार्टिन फाउंडेशन को सम्मान पत्र दिया गया. यह सम्मान एचआर हेड एनएन झा और सीएसआर हेड डाॅ मयंक मुरारी ने ग्रहण किया. कार्यक्रम में राणा विकास, वरुण कुमार, शिशिर भगत, दिलीप मुंडा, पंकज, उत्तम महतो, संपूर्णानंद महतो, संगीता कुमारी सहित कई लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

