रांची (विशेष संवाददाता). राज्य सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा संवर्ग में शामिल और एलबीएसएनएए में 127वें प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे अधिकारियों ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की. इनमें झारखंड कैडर के प्रोन्नत आइएएस अधिकारी विजय कुमार सिन्हा, धनंजय कुमार सिंह, राजेश प्रसाद, प्रीति रानी, सीता पुष्पा व सुनील बाड़ा भी शामिल थे. इसके पूर्व इन अधिकारियों को भारत भ्रमण भी कराया गया. इन अधिकारियों का प्रशिक्षण 15 जून को समाप्त होगा. राष्ट्रपति ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सिविल सेवा के अधिकारियों के रूप में उनके प्रयास राज्य-विशिष्ट प्राथमिकताओं पर आधारित थे. वे जमीनी स्तर पर लोगों की भलाई और विकास में सहायक थे और स्थानीय समुदायों से जुड़े मुद्दों से प्रत्यक्ष रूप से निपटते थे, अब भी वे इन मुद्दों का समाधान करेंगे. लेकिन उनकी भूमिका और जिम्मेदारियां क्षेत्र एवं जटिलता में और अधिक व्यापक होंगी. राष्ट्रपति ने कहा कि वह अब केवल एक क्षेत्र के प्रशासक नहीं हैं, उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर शासन के मानकों का पालन करना होगा. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उनका कार्य विकसित भारत-2047 तक एक विकसित भारत के बड़े दृष्टिकोण के अनुरूप होना चाहिए. श्रीमती मुर्मु ने अधिकारियों से कहा कि समावेशी विकास में उनका योगदान महत्वपूर्ण हो सकता है. उनके प्रयासों को विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए कि हाशिए पर रह रहे और कमजोर वर्ग के लोग विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में पीछे न छूट जायें. उन्होंने कहा कि जब गरीब और वंचित लोग विकास तथा समृद्धि का अनुभव करेंगे, तभी हम विकसित राष्ट्र के लक्ष्य को साकार करने के करीब होंगे.
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