रांची. गांवों के विकास में पुस्तकालय की अहम भूमिका है. इससे युवाओं में जागरूकता बढ़ेगी और अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सामूहिक प्रयास संभव हो सकेगा. उक्त बातें नामकुम प्रखंड की उपप्रमुख वीणा कुमारी ने कही. वह ग्रामीण विकास कार्यक्रम के तहत महिलौंग पंचायत के बड़कुंबा गांव में स्थापित पुस्तकालय सह वाचनालय के उदघाटन के अवसर पर बोल रही थीं. उषा मार्टिन फाउंडेशन के माध्यम से टाटीसिलवे स्थित कारखाना के इर्द-गिर्द के 18 गांवों में बेहतर शिक्षा के लिए आधारभूत संरचना के विकास की पहल की गयी है. इसी क्रम में पांच गांवों में पुस्तकालय सह वाचनालय की स्थापना की गयी है. आंगनबाड़ी एवं पुस्तकालय की भी मरम्मत के पश्चात उसका सौंदर्यीकरण किया गया है, ताकि गांवों में युवाओं की पढ़ाई के लिए बेहतर माहौल बनाया जा सके.
फाउंडेशन के हेड डाॅ मयंक मुरारी ने बताया कि ग्रामीण विकास कार्यक्रम के तहत मासू आंगनबाड़ी का जीर्णोद्धार कराया गया. छोटे बच्चों के लिए खिलौना, किताब एवं खेलने की सामग्री भी मुहैया करायी गयी है. इस केंद्र पर शुद्ध पेयजल के लिए जलमीनार की मरम्मत कर उसे सौर ऊर्जा से संचालित किया गया है, ताकि मरम्मत की समस्या नहीं हो. इसी प्रकार मासू गांव के पुस्तकालय की मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया है. इस पुस्तकालय को किताबें भी मुहैया करायी गयी है. महिलौंग स्थित मध्य विद्यालय के जर्जर मीटिंग हाॅल की भी मरम्मत करा कर इसमें प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गयी है, ताकि बैठक के दौरान रोशनी की समस्या नहीं हो. इसी प्रकार उलातू स्कूल की चहारदीवारी का निर्माण कराया गया, ताकि स्कूल परिसर सुरक्षित हो सके. इस वित्तीय वर्ष में टाटी स्थित गुरुकुल स्कूल का भी विकास कार्य किया गया. इसकी मरम्मत कराकर विद्यालय में कुर्सी, टेबल एवं अन्य सामग्री मुहैया करायी गयी.मुखिया संदीप तिर्की ने कहा कि गांवों के स्कूल में पुस्तकालय को पुनर्जीवित किया जा रहा है. साथ ही पुस्तकालय के रखरखाव व उसके उपयोग पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. जिससे ग्रामीण अपनी समस्याओं को जानने एवं समाधान के लिए प्रयासरत होंगे. पुस्तकालयों में सीएसआर के तहत किताबें, टेबल, कुर्सी, अलमीरा एवं दरी की व्यवस्था की गयी है. इस अवसर पर भुनेश्वर महतो, मोनीत बूतकुमार, मेवाला महतो, वरुण कुमार के अलावा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
पुस्तकालय रिसोर्स सेंटर बनेगा : संगीता कुमारी
लाइवलीहुड कोऑर्डिनेटर संगीता कुमारी ने बताया कि गांवों में पुस्तकालय एक रिसोर्स सेंटर का कार्य करेगा. इसे केंद्र में रखकर गांव की खेती-बारी, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आजीविका के कार्यक्रम चलाये जायेंगे. वाचनालय से अब गांव में पढ़ाई के प्रति रुझान भी बढ़ रहा है. उपमुखिया अनूप अल्बर्ट एक्का ने सीएसआर के तहत किये गये कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि उषा मार्टिन द्वारा ही गांव में सोलर लाइट भी लगाया गया है.
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