राज्यस्तरीय कार्यक्रम में सांसद महुआ माजी और अधिकारियों ने बाल संरक्षण को लेकर रखे विचार
झारखंड में बाल सुरक्षा, संरक्षण और जागरूकता को लेकर मजबूत कदमों की जरूरत पर सहमति
रांची. विश्व बाल अधिकार दिवस पर गुरुवार को बाल तस्करी से आजादी सुरक्षित बचपन सशक्त झारखंड विषय पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम हुआ. मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने कहा कि झारखंड के बच्चों में असीम संभावनाएं हैं. हमारे बच्चे दलालों और प्लेसमेंट एजेंसियों के बहकावे में आकर तस्करी का शिकार हो जाते हैं. इस कुप्रथा को समाप्त करने के लिए हमें जितनी भी शक्ति लगानी पड़े, हम सभी मिलकर प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा बाल तस्करी पर गांव स्तर से लेकर राज्य के उच्च पदों पर बैठे सभी अधिकारियों और प्रतिनिधियों को गंभीरता से विचार करने और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने कहा कि झारखंड सरकार बाल तस्करी के विरुद्ध अत्यंत सशक्त और संवेदनशील कदम उठा रही है. योजना विकास सचिव मुकेश कुमार ने कहा कि सरकार और विभिन्न संगठन बाल श्रम और बाल तस्करी को समाप्त करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. लेकिन, केवल संस्थागत प्रयासों से यह लड़ाई नहीं जीती जा सकती. मिशन वात्सल्य के निदेशक विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि झारखंड सरकार बाल हित और बाल संरक्षण के क्षेत्र में लगातार मजबूत पहल कर रही है.वहीं, बाल कल्याण संघ के संस्थापक संजय मिश्र ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी घोषणा की कि बाल कल्याण संघ द्वारा संचालित बाल मंच के बच्चों को एक दिन के लिए विधानसभा अध्यक्ष बनने का अवसर दिया जायेगा ताकि वह लोकतांत्रिक प्रक्रिया, अपने अधिकारों और शासन व्यवस्था को नजदीक से समझ सकें. यह पहल बच्चों में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास होगा. मौके पर कई राज्यों के गैर सरकारी संगठन के लोग व युवाओं समेत लगभग 200 लोग शामिल हुए.
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