रांची. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक दुबे ने केंद्र की मोदी सरकार के 11 वर्षों के कार्यकाल को भारत के लोकतंत्र और आर्थिक विकास के लिए सबसे विफल दौर बताया है. उन्होंने कहा कि देश आज गहरे संकट से गुजर रहा है. इन 11 वर्षों में मोदी सरकार ने न केवल संवादहीनता का परिचय दिया, बल्कि देश की सुरक्षा, आर्थिक स्थिति और सामाजिक ताने-बाने को भी पूरी तरह चौपट कर दिया है. यह 11 साल का शासनकाल भारत के लोकतंत्र के इतिहास में संवादहीनता, जवाबदेही से परहेज, बढ़ती असुरक्षा, आर्थिक विषमता और जनविरोधी नीतियों के लिए याद किया जायेगा.
मोदी सरकार जवाबदेही से डरती है : दुबे
श्री दुबे ने कहा कि मोदी सरकार ने 11 वर्षों में संवाद से दूरी बनाकर लोकतंत्र की बुनियाद को ही हिला दिया है. जब देश की जनता सवाल पूछती है, तो सरकार चुप रहती है. यह दर्शाता है कि मोदी सरकार जवाबदेही से डरती है. उन्होंने कहा कि तेल के दाम बढ़े, गैस सिलेंडर महंगा हुआ और रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं. आम आदमी की जेब दिन प्रतिदिन खाली होती जा रही है. मोदी सरकार की नीतियां गरीब और मध्यम वर्ग के हितों के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश की प्रमुख संस्थाओं को बेचकर देश की संप्रभुता को खतरे में डाल दिया है. रेलवे, तेल कंपनियां, हवाई अड्डे और अन्य महत्वपूर्ण संसाधन बिक गये. ये देश की विरासत हैं, जिन्हें सरकार ने निजीकरण के नाम पर बेच दिया. जनता की आर्थिक सुरक्षा खतरे में है.
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