रांची (संवाददाता). मिलिट्री इंटेलिजेंस (लखनऊ) और रांची पुलिस ने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस, भारतीय रेलवे समेत केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस और बरियातू थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इस गिरोह के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. यह कार्रवाई वादी अभिषेक कुमार की शिकायत पर शुरू हुई, जिन्होंने अभियुक्तों पर 37 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया था. वादी, जो मूल रूप से पटना के नरमा के निवासी हैं और वर्तमान में रांची के तेतरटोली में रहते हैं, ने नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी और जाली जॉइनिंग लेटर बनवाने का आरोप लगाया. इस संबंध में सितंबर माह में बरियातू थाना में राजकिशोर साह, सुनील साह, गौतम कुमार, चंदन कुमार सिंह, वापी वैशवाल और विनोद सहित छह अभियुक्तों के विरुद्ध शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पदाधिकारियों ने त्वरित संज्ञान लिया और डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया. इसके बाद लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस और बरियातू पुलिस की संयुक्त और त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिक अभियुक्तों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उन्होंने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस, इंडियन रेलवे समेत केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी का झांसा देकर कई लोगों से करीब 1.2 करोड़ रुपये की ठगी की है. गिरफ्तार अभियुक्तों में चंदन कुमार सिंह, गौतम कुमार और विनोद कुमार शामिल हैं.
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