: आंदोलन में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों व कर्मचारियों ने हिस्सा लिया
रांची. आइसीएआर की भेदभाव वाली नीति के खिलाफ बिरसा कृषि विवि अंतर्गत संचालित केवीके वैज्ञानिकों ने मंगलवार को कलमबंद हड़ताल की. साथ ही प्रदर्शन भी किया. राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत फोरम ऑफ केवीके एंड आइसीएआरपी द्वारा आहूत देशव्यापी कलमबंद आंदोलन एवं प्रदर्शन में झारखंड राज्य के सभी 24 जिलों में कार्यरत कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों व कर्मचारियों ने हिस्सा लिया. बीएयू द्वारा संचालित 16 केवीके के वरीय वैज्ञानिकों ने बीएयू सीड कांउसिल की बैठक में आइसीएआर की भेदभावपूर्ण नीति अपनाये जाने पर विवि के कुलपति डॉ एससी दुबे को ज्ञापन सौंपा. वैज्ञानिकों ने सांकेतिक प्रदर्शन किया और बैठक में बीज शोध एव॔ उत्पादन पर केवीके की उपलब्धियों को पेश नहीं किया. इस हड़ताल व प्रदर्शन में लातेहार, पलामू, गढ़वा, चतरा, लोहरदगा, सिमडेगा, सरायकेला, पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, जामताड़ा, दुमका, पाकुड़ एवं साहेबगंज के केंद्र शामिल हुए. वैज्ञानिकों ने आइसीएआर से परोड़ा समिति की अनुशंसा शीघ्र लागू करने सहित केवीके संस्थानों में आइसीएआर के सामान ही वेतन, पदोन्नति और सेवानिवृत्ति लाभ आदि नीति लागू करने की मांग की.
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