22.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

झारखंड बनने के बाद झारखंड की स्वास्थ्य सेवा में कितना आया बदलाव ? देश में क्या है राज्य की स्थिति

झारखंड स्थापना होने के बाद राज्य की चिकित्सा व्यवस्था में काफी सुधार आया है. हात ही सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य बजट में बढ़ोतरी किया है. और इसकी राशि 638 करोड़ कर दी गयी है. लेकिन देश की तुलना अब भी हमारा झारखंड बहुत पीछे है.

रांची : झारखंड अलग राज्य बनने के बाद राज्य में चिकित्सा व्यवस्था सुधरी है. चिकित्सा सेवा को बेहतर बनाने के लिए देवघर में एम्स की स्थापना की गयी. इसके अलावा दुमका, हजारीबाग और पलामू में तीन नये मेडिकल कॉलेज खोले गये. वहीं, दो निजी मेडिकल कॉलेज खोले गये. देवघर एम्स में एलोपैथी के साथ-साथ आयुष पद्धति से भी इलाज की सुविधा है.

750 बेड वाले इस अस्पताल में 100 एमबीबीएस व 60 नर्सिंग की सीट है. वहीं, दुमका, पलामू और हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100-100 सीटें हैं. राज्य में 75 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किये गये. इधर, कोरोना काल में राज्य सरकार ने बेहतर चिकित्सा सेवा बहाल कर मिसाल पेश की. चिकित्सा के कई क्षेत्रों में राज्य आत्मनिर्भर बना. इधर, रिम्स में चिकित्सा सेवा का दायरा बढ़ गया है. कई सुपर स्पेशियालिटी विंग स्थापित किये गये हैं.

राज्य सरकार ने स्वास्थ्य बजट में की बढ़ोतरी :

सरकार ने स्वास्थ्य बजट में 638 करोड़ की बढ़ोतरी कर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का प्रयास शुरू कर दिया है. बजट का उपयोग ग्रामीण इलाके में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में किया जायेगा. हालांकि, देश की तुलना में झारखंड काफी पीछे है. देश में जहां 1324 लोगों पर एक डॉक्टर हैं. वहीं, झारखंड में 8165 व्यक्ति पर एक डॉक्टर है.

Posted by : Sameer Oraon

Prabhat Khabar News Desk
Prabhat Khabar News Desk
यह प्रभात खबर का न्यूज डेस्क है। इसमें बिहार-झारखंड-ओडिशा-दिल्‍ली समेत प्रभात खबर के विशाल ग्राउंड नेटवर्क के रिपोर्ट्स के जरिए भेजी खबरों का प्रकाशन होता है।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel