वरीय संवाददाता, रांची. गर्मी में शहर का वाटर लेवल तेजी से गिर रहा है. इस कारण घरों के बोरिंग सूखने लगे हैं. निजी घरों की बोरिंग सूखने के बाद भी लोगों को पेयजल की किल्लत का सामना न करना पड़े, इसके लिए रांची नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न वार्डों में एचवाइडीटी और मिनी एचवाइडीटी लगाये गये हैं. लेकिन बढ़ती गर्मी और ओवरलोड के कारण इन एचवाइडीटी व मिनी एचवाइडीटी के मोटर जलने शुरू हो गये हैं. मोटर जलने के बाद लोग इसकी शिकायत निगम में कर रहे हैं. निगमकर्मी मोटर खोलकर ले जा रहे हैं. लेकिन एक-एक महीना तक उस मोटर को इंस्टॉल नहीं किया जा रहा है. इससे जलसंकट से प्रभावित मोहल्ले के लोगों की परेशानी और बढ़ गयी है. तीन दिनों में मोटर की मरम्मत करने का निगम का था दावा : गली-मोहल्लों में लगाये गये इन एचवाइडीटी के मोटर की मरम्मत जल्द से जल्द हो, इसके लिए नगर निगम द्वारा तीन दिनों में मोटर खोलकर उसकी मरम्मत कराने की बात कही गयी थी. लेकिन आज हाल यह है कि एक बार मोटर जलने के बाद निगमकर्मी जब उसे खोलकर ले जा रहे हैं, तो एक-एक माह तक मोटर को दोबारा नहीं लगाया जा रहा है. कहीं-कहीं पर तो दो-दो माह तक मोटर लगाया नहीं जा रहा है. इससे नाराज होकर वार्ड 28 की निवर्तमान पार्षद रश्मि चौधरी ने निगम के अधिकारियों से मांग की है कि अगर उनके पास फंड नहीं है, तो वे मोटर वापस कर दें. मोहल्ले वाले आपस में चंदा कर मोटर बनवा लेंगे. लेकिन मोटर बनाने के नाम पर इतने दिनों तक लोगों को पेयजल के लिए परेशान करना कहीं से भी ठीक नहीं है. इन वार्डों का हाल सबसे बुरा : शहर के ड्राइ जोन में शामिल किशोरगंज, मधुकम, स्वर्णजयंती नगर, बूटी बस्ती, हरमू हाउसिंग कॉलोनी, विद्यानगर, गंगा नगर, यमुनानगर में मोटर खराब होने के कारण दर्जनों एचवाइडीटी व मिनी एचवाइडीटी से पानी नहीं आ रहा है. नगर निगम कई जगहों से मरम्मत के लिए मोटर ले गया है. लेकिन दोबारा उस मोटर को नहीं लगाया गया है. वहीं कई जगहों पर तो मोटर की मरम्मत भी नहीं की जा रही है.
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