रांची. राजधानी रांची में मंगलवार की दोपहर तेज हवा व वज्रपात के साथ झमाझम बारिश हुई. इस कारण कुछ देर के लिए पूरी राजधानी की बिजली गुल हो गयी. वज्रपात के कारण एहतियातन 33 केवी पावर सबस्टेशन से आपूर्ति बंद कर दी गयी. इस कारण दोपहर दो से शाम चार बजे के बीच अधिकांश फीडरों से जुड़े इलाकों में बिजली गुल रही. सबसे ज्यादा असर राजधानी के पूर्वी इलाके पर पड़ा. हाइवोल्टेज तारों पर जगह-जगह पेड़ और उसकी डालियां टूट कर गिरने से कई जगहों पर एचटी और एलटी केबल आपस में उलझ गये. तेज हवा के कारण ओरमांझी, विकास व बीआइटी इलाके में आपूर्ति देने वाले 132-33 केवीए के हाइवोल्टेज तार पोल सहित खेत में धराशायी हो गये. इससे नामकुम ग्रिड से जुड़े इस्ट डिविजन के 33 केवीए विकास, टाटीसिलवे और 33 केवीए कुसई से आपूर्ति शाम सात बजे तक बंद रही. कार्यपालक अभियंता राजेश मंडल खुद मौके पर पहुंच कर बिजली बहाल कराने में जुटे थे. कुछ इलाकों में किसी तरह से आधी बिजली उपलब्ध करायी गयी.
33 केवीए सबस्टेशनों से भी ठप रही बिजली आपूर्ति
देर शाम कांके 132 केवीए ग्रिड से 33 केवीए कांके 17 मेगावाट और ब्रांबे 16 मेगावाट को छोड़ 33 केवीए मोरहाबादी, राजभवन, सिरडो-1 और सिरडो -2 ग्रिड सबस्टेशन से लेकर कुच्चू तक पूरी तरह से ब्रेकडाउन था. मोरहाबादी इलाके में भी बिजली गुल रही. चली गयी. रिम्स में भी कई बार बिजली की ट्रिपिंग हुई. कोकर इलाके में भी बिजली गुल रही. इंडस्ट्रियल 11 केवीए फीडर से सप्लाई प्रभावित रही. खोरहाटोली इलाके में पिछले दो दिनों से क्षतिग्रस्त हो चुके पोल को ठीक नहीं किया जा सका था, यहां पिछले 48 घंटे से बिजली गुल है.
ग्रिडों से घटकर आधी रह गयी मांग
राजधानी में लोकल फॉल्ट इतना ज्यादा था कि ग्रिडों से डिमांड घटकर आधी रह गयी. बारिश के बाद बिजली की मांग में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. जहां सामान्य स्थितियों में पीक आवर के दौरान करीब 330 मेगावाट बिजली की डिमांड रहती थी, वह सोमवार शाम सात बजे घटकर 165 मेगावाट रह गयी. बिजली की उपलब्धता और मांग के बीच करीब 165 मेगावाट का अंतर पाया गया. स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर और एनर्जी एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के आधार पर रांची में औसतन हर दिन इस तरह के मौसम में करीब 330 मेगावाट बिजली की खपत दर्ज होती है.
इन मोहल्लों में देर तक कटी रही बिजली
डोरंडा मनिटोला, फिरदौस नगर, वर्धमान कंपाउंड, सर्कुलर रोड, बीआइटी, विकास, टाटीसिलवे, कांटोटोली, शांतिनगर, हरिजन मोहल्ला, मुंडा चौक, चुटिया, कुसई सहित आसपास के अन्य इलाके.
शाम सात बजे राजधानी को मिलनेवाली आपूर्ति
– हटिया वन ग्रिड : आपूर्ति 71 मेगावाट- नामकुम ग्रिड : आपूर्ति : 64.05 मेगावाट- कांके ग्रिड : आपूर्ति : 30 मेगावाट
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