रांची.
एचइसी को एक बार फिर से एनसीएल से कार्यादेश मिलेगा. इसको लेकर एचइसी की ओर से कवायद शुरू कर दी गयी है. पिछले दिनों एचइसी के दो निदेशक एनसीएल गये थे, जहां वार्ता सकारात्मक रही है. आने वाले दिनों में एचइसी को एनसीएल से कार्यादेश मिलना शुरू हो जायेगा. एचइसी के अधिकारी ने बताया कि एनसीएल ने पूर्व में दिये कार्यादेश को समय पर डिस्पैच नहीं करने के कारण एचइसी पर लगभग दो वर्ष पूर्व बैन लगा दिया था. इस कारण एनसीएल की ओर से निकाली जानेवाली निविदा में एचइसी भाग नहीं ले पा रहा था. ज्ञात हो कि एचइसी में बनाये गये उपकरण की गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है. इस कारण कंपनियां एचइसी को ही कार्यादेश देती है. एचइसी द्वारा पूर्व में एनसीएल को पीजी क्रशर डिस्पैच किया गया था, जो देश में एचइसी ही बना सकता है. वहीं, रूस सहित अन्य देश से मंगाने पर अधिक खर्च पड़ता है. एचइसी के अधिकारी ने बताया कि महानदी कोल फील्ड से भी कार्यादेश को लेकर वार्ता अंतिम चरण में है.एचइसी बोर्ड की बैठक में वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत
रांची.
एचइसी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक शुक्रवार को ऑनलाइन हुई. इसमें रांची से निदेशक कार्मिक, निदेशक विपणन, निदेशक उत्पादन व निदेशक वित्त के अलावा सीएमडी व अन्य निदेशक शामिल हुए. बैठक में वर्ष 2024-25 का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया. अधिकारी ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में पहली बार मई माह में बोर्ड की बैठक में वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है. इससे पहले अगस्त माह में प्रस्तुत किया जाता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

